MP में बोगस कारोबारियों पर वाणिज्य विभाग की कार्रवाई, 183 करोड़ की हुई हानि
इंदौर
मध्य प्रदेश में जीएसटी चोरी करने वालों और बोगस कारोबारियों पर वाणिज्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की। प्रदेश भर में विभाग द्वारा फर्जी पंजीयन प्राप्त कर बड़ी मात्रा में व्यापार दर्शाकर शासन को करोड़ा का चूना लगया गया।
विभाग द्वारा ऐसे व्यवसाइयों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। जांच में पाया गया कि प्रदेश भर में करीब 680 संदिग्ध वयवसाईयों के व्यवसाय स्थलों पर जांच कार्रवाई की गई। जांच में 285 व्यवसायी बोगस एवं अस्तित्वहीन पाए गए हैं। ऐसे व्यवसाइयों के द्वारा लगभग 1150 करोड़ के बोगस लेन देन किए गए हैं। इनमें से लगभग 183 करोड़ का प्रथम दृष्टि से राजस्व को नुकसान होना पाया गया है। सभी बोगस पंजीयन प्रकरणों में पंजीयन निरस्तीकरण एवं अन्य आमामी वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कर अपवंचन (छल) का मुख्य मोडस अपरेंडी यह रहा कि व्यवसायी किसी अन्य व्यक्ति के नाम से पंजीयन लेकर इनसे क्रय बताकर आईटीसी लिया जा रहा है या इनके नाम से मालों का क्रय कर वस्तुत: स्वय के द्वारा इन वस्तुओं को बिना बिल के विक्रय किया जा रहा है और जिनके नाम से क्र किया गया है उनके द्वारा सीधे उप भोक्ता को विक्रय किया जाना बताया जा रहा है।