J-K पर सरकार के ऐलान से बढ़ी PAK की बेचैनी, बाजार ने घुटने टेके

कराची

सप्‍ताह का पहला कारोबारी दिन भारत में सियासी तौर पर काफी अहम रहा. दरअसल, सोमवार को गृहमंत्री अमित शाह ने जम्‍मू-कश्‍मीर को लेकर राज्‍यसभा में ऐतिहासिक भाषण दिया. यहां धारा-370 के प्रावधान को खत्म करने का संकल्प पेश कर दिया. अमित शाह के भाषण के बीच पाकिस्‍तान के शेयर बाजार में साल की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई.

सोमवार को पाकिस्तानी शेयर बाजार का प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स केएसई-100 करीब 600 अंक लुढ़क कर 31 हजार 100 के स्‍तर पर आ गया. यह पिछले कारोबारी दिन के मुकाबले करीब 1.75 फीसदी से अधिक की गिरावट है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान का शेयर बाजार पिछले दो साल में दुनिया का सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला रहा है. बता दें कि जब भारत ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद एयरस्‍ट्राइक किया था तब भी पाकिस्‍तान के बाजार में बेचैनी बढ़ गई थी. तब पाकिस्‍तान के बाजार ने कुल तीन कारोबारी दिनों में 2000 अंकों से ज्‍यादा की बढ़त गंवा दी थी.

क्‍या है गिरावट की वजह

दरअसल, भारत के कश्‍मीर को लेकर कठोर फैसलों की वजह से पाकिस्‍तान के शेयर बाजार धड़ाम हो गए हैं. बता दें कि राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने का संकल्प पेश किया है. इसके साथ ही जम्‍मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने का भी प्रस्‍ताव है. इससे पहले जम्मू-कश्मीर में बीते कुछ दिनों से राजनीतिक हलचल की वजह से भी पाकिस्‍तान का शेयर बाजार प्रभावित हुआ है. कश्‍मीर में अचानक अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती और मोबाइल इंटरनेट की सेवा बंद कर दी गई है. इसके अलावा कई राजनेताओं को नजरबंद कर दिया गया है.

मंहगाई दर के आंकड़े भी अहम
पाकिस्‍तान के बाजार को महंगाई दर के आंकड़ों ने भी डराया है. पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टेटिक्स द्वारा जारी नए आंकड़ों के मुताबिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक से नापे जाने वाली महंगाई इस साल जुलाई में बढ़कर 10.34 फीसदी रही, जोकि पिछले महीने 8.9 फीसदी थी. पिछले साल के जुलाई में यह 5.84 फीसदी रही. पाकिस्तान में पिछली बार दोहरे अंकों में महंगाई दर नवंबर 2013 में दर्ज की गई थी, जो कि 10.9 फीसदी थी.

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