4 राज्यों की आपत्ति, घरेलू उड़ानें कल से शुरू करने पर
नई दिल्ली
25 मई से देश के कई हिस्सों में विमानों की आवाजाही शुरू की जा रही है. करीब दो महीने के बाद घरेलू उड़ानों के टेक ऑफ के लिए एयरपोर्ट पर खास तैयारियां की जा रही हैं. एयरपोर्ट पर अब नए नियम और कानून के साथ सब कुछ बदला-बदला सा होगा. एयरपोर्ट पर दो मीटर की दूरी और टचलेस सिस्टम फॉलो किया जाएगा ताकि लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) ने स्वस्थ और सुरक्षित हवाई यात्रा को बढ़ावा देने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं. डीआईएएल के अनुसार, एयरपोर्ट पर एंट्री गेट और चेक-इन जैसे स्थानों पर यात्रियों के लिए ऑटोमैटिक हैंड सैनिटाइजर मशीन, फ्लोर मार्कर सहित कई व्यवस्थाएं की गई हैं. दिल्ली एयरपोर्ट सोमवार से करीब 380 उड़ानों का संचालन करेगा. दिल्ली एयरपोर्ट से करीब 190 विमान रवाना होंगे और करीब 190 विमान यहां उतरेंगे.
कुछ राज्यों का विरोध
महाराष्ट्र, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में विमानों की आवाजाही शुरू किए जाने को लेकर रास्ता साफ नहीं है. महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार से विमानों की आवाजाही को लेकर अपनी असमर्थता जाहिर कर दी है. महाराष्ट्र सरकार का कहना है कि वह 25 मई से विमान सेवा नहीं शुरू कर सकती. उसने शनिवार को केंद्र सरकार को कारण भी बता दिया है. राज्य सरकार का कहना है कि उसके अहम शहर मुंबई और पुणे रेड जोन में हैं और इन शहरों में ट्रैफिक और लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह से पाबंदी है. ऐसे में अभी विमान सेवा नहीं शुरू कर सकते.
अलग-अलग राज्यों में संचालन
बेंगलुरु में सोमवार से एयरपोर्ट खोल दिए जाएंगे. इस एयरपोर्ट से 215 फ्लाइट्स चलाई जाएंगी. जबकि चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सोमवार से घरेलू उड़ान के लिए सात फ्लाइट्स चलेंगी. 27 मई से दो और फ्लाइट्स सेवा के लिए जुड़ जाएंगी, जबकि एक जून से चार और फ्लाइट्स. वहीं जम्मू में सोमवार को नौ फ्लाइट्स पहुंचेंगी. इसमें श्रीनगर से तीन, दिल्ली से चार, मुंबई और ग्वालियर से एक-एक फ्लाइट होगी. दिल्ली में 380 फ्लाइट्स उड़ेंगी. इसमें से 190 फ्लाइट्स आएंगी और 190 जाएंगी. जिन राज्यों ने उड़ान की स्वीकृति दी उनमें दिल्ली, कर्नाटक, पंजाब, जम्मू-कश्मीर प्रमुख हैं. हालांकि कुछ राज्यों ने इस पर विरोध भी जताया है.