15 दिन में 3 मासूमों की किडनी फैल, मौत, सांसद बंटी साहू ने CM से की बात, पूर्व सांसद नकुलनाथ ने सिस्टम को बताया बीमार

जिले के परासिया क्षेत्र में बीते 15 दिनों में 3 मासूम बच्चों की किडनी फेल होने से मौत हो चुकी है, जबकि 6 बच्चे अलग-अलग अस्पतालों में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। अचानक सामने आई इस बीमारी ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को हिला दिया है। जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की टीम को जांच के लिए बुलाया है।
कैसे बिगड़ी बच्चों की तबीयत
पीड़ित परिवारों के अनुसार, बच्चों को शुरुआत में तेज बुखार और जुकाम हुआ। स्थानीय डॉक्टरों ने सामान्य दवा दी और वे ठीक भी हो गए। लेकिन कुछ दिनों बाद दोबारा बुखार आया और अचानक उनकी पेशाब बंद हो गई। किडनी इन्फेक्शन बढ़ने पर बच्चों को नागपुर रेफर किया गया, जहां 3 की मौत हो गई।
जांच के लिए जुटी टीमें
भोपाल से स्वास्थ्य विभाग की 2 सदस्यीय टीम भी परासिया पहुंच चुकी है। यह टीम तीन दिन तक इलाके में रहकर बच्चों और उनके परिवारों की जांच करेगी। परासिया ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर अंकित सहलाम ने बताया कि 5 साल तक के बच्चों की स्क्रीनिंग की जा रही है। सर्वे टीम घर-घर जाकर सैंपल ले रही है।


सांसद बंटी विवेक साहू की पहल
मामले पर चिंता जताते हुए सांसद बंटी विवेक साहू ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल से बात कर स्थिति से अवगत कराया। सांसद ने कहा कि यह बीमारी सिर्फ बच्चों को हो रही है और इसके पीछे गंभीर कारण हो सकते हैं। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वासन दिया है कि देश की सर्वश्रेष्ठ लैब में बच्चों के सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे ताकि सही वजह पता चल सके।

नकुलनाथ ने सरकार पर साधा निशाना
पूर्व सांसद नकुलनाथ ने इस घटना को लेकर प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर कड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिले के शासकीय अस्पताल और पूरा सिस्टम बीमार हो चुका है। “जिम्मेदार केवल रटे-रटाए बयान दे रहे हैं—जांच हो रही है, टीम आ रही है—लेकिन नतीजा शून्य है। नतीजतन मासूम बच्चों की जान जा रही है।”
उन्होंने कहा कि समय पर इलाज और पर्याप्त संसाधन न मिलने की वजह से बच्चों की मौत हुई। साथ ही उन्होंने पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने और इलाजरत बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की।