13 दिवसीय पदयात्रा पूर्ण कर सांसद बंटी विवेक साहू ने दादाजी दरबार में टेका माथा, छिंदवाड़ा की खुशहाली के लिए मांगा आशीर्वाद

छिंदवाड़ा/खंडवा, 8 जुलाई 2025।
सांसद बंटी विवेक साहू ने 13 दिवसीय 411 किलोमीटर लंबी श्रद्धा, संकल्प और आस्था की पदयात्रा पूर्ण कर मंगलवार को खंडवा स्थित दादाजी धूनीवाले दरबार में भक्तों के साथ निशान चढ़ाया और जिलेवासियों के सुख, शांति व समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर वे अपने परिवार—पत्नी श्रीमती शालिनी साहू और पुत्र वंश कृष्णा साहू—के साथ दरबार पहुंचे।

पदयात्रा के अंतिम दिन बड़ी संख्या में छिंदवाड़ा और खंडवा के श्रद्धालु, सामाजिक प्रतिनिधि, राजनेता व प्रमुखजन उपस्थित रहे। अमलपुरा से प्रारंभ हुई अंतिम दिन की पदयात्रा के बाद दादाजी दरबार में पहुंचकर सांसद श्री साहू और उनके साथियों ने विधिवत पूजन किया।

सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने किया भव्य स्वागत

खंडवा आगमन पर सांसद श्री साहू और दादा भक्त पदयात्रियों का खंडवा के कई सामाजिक व राजनीतिक संगठनों ने पुष्पहार, शॉल-श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। सर्व ब्राह्मण समाज, तैलिक साहू समाज कल्याण समिति खंडवा व बुरहानपुर के सामाजिक बंधुओं ने सांसद को “समाज के गौरव” के रूप में सम्मानित किया।

इस दौरान शिवनारायण सिंह चौहान, संतोष सिटोके, जगदीश पाराशर, केवलराम पटेल, संजय जैन, गोविंद शर्मा, दिनेश राजोलिया, ऋतुराज राठौर, सुनील साहू, राकेश साहू, मनीष साहू, बिमलेश साहू सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व समाजजन उपस्थित रहे।

पदयात्रा के अंतिम दिन रहे ये प्रमुखजन शामिल

अंतिम दिन की यात्रा में आध्यात्मिक गुरु विवेक जी, खंडवा महापौर श्रीमती अमृता अमर यादव, विधायक कंचन मुकेश तनवे, भाजपा जिलाध्यक्ष राज्यपाल तोमर, पूर्व विधायक देवेंद्र वर्मा, सेवादास पटेल, पटेल सेवा समिति अध्यक्ष मदन भाऊ ठाकरे, छिंदवाड़ा व्यापारी प्रकोष्ठ के संजय जैन, वैश्य महासम्मेलन संभागीय अध्यक्ष नीरज भारद्वाज सहित कई गणमान्यजन शामिल हुए।

इसके अलावा नगर पालिका अध्यक्ष संदीप घाटोड़े, भाजपा नेता अजय ठाकुर, शैलेन्द्र पटेल, अखिलेश शुक्ला, मंडल अध्यक्ष नवीन बारस्कर, महिला प्रतिनिधि भारती जैन, वंदना विश्वकर्मा, चित्रा चौकसे सहित खंडवा-छिंदवाड़ा के दर्जनों कार्यकर्ता और श्रद्धालु भी इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बने।

यह पदयात्रा श्रद्धा और एकजुटता की मिसाल बनी, जिसने न केवल धार्मिक आस्था को सुदृढ़ किया बल्कि सामाजिक समरसता को भी नया आयाम दिया।