10 वी एवं 12 वीं के परीक्षा परिणाम पर BEO. बिछुआ का वेतन रोका,कुछ अतिथि शिक्षक हटेंगे

10 वी एवं 12 वीं के परीक्षा परिणाम पर BEO. बिछुआ का वेतन रोका,कुछ अतिथि शिक्षक हटेंगे

ख़बर छिन्दवाड़ा : कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने गुरूवार को स्कूल शिक्षा विभाग, जिला शिक्षा केंद्र व जनजातीय कार्य विभाग की शैक्षणिक गतिविधियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक का आयोजन कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में किया गया था, जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी जी.एस.बघेल, डीपीसी जगदीश इड़पाचे, सहायक संचालक जनजातीय कार्य विभाग उमेश सातनकर, सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी, एपीसी और बीआरसीसी एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

त्रैमासिक परीक्षा परिणामों पर चिंता: कलेक्टर सिंह ने जिले के कई स्कूलों में 10 वीं और 12 वीं की त्रैमासिक परीक्षाओं के परिणाम खराब पाए जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की। विशेषकर ट्राइबल ब्लॉक बिछुआ के अंतर्गत जनजातीय कार्य विभाग के शासकीय कन्या शिक्षा परिसर का 10 वीं का त्रैमासिक परीक्षा परिणाम 64 प्रतिशत और 12 वीं का त्रैमासिक परीक्षा परिणाम 54 प्रतिशत आने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। इसके साथ ही बीईओ बिछुआ के मुख्यालय में न रहने की जानकारी संज्ञान में आने पर उन्हें एक माह के अंदर मुख्यालय में ही निवास की व्यवस्था करने के निर्देश देते हुए वेतन रोकने के निर्देश दिए। एक माह के बाद भी सुधार न करने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को अपने अपने मुख्यालय पर ही निवास करने के सख्त निर्देश दिए हैं।

खराब प्रदर्शन वाले अतिथि शिक्षकों को हटाने के निर्देश – कलेक्टर सिंह ने निर्देश दिए कि विभिन्न विषयों के अतिथि शिक्षक होने के बाद भी यदि बच्चों के ज्ञान के स्तर में सुधार नहीं आ रहा है, तो अतिथि शिक्षकों को हटाने की कार्यवाही करें। खराब प्रदर्शन करने वाले अतिथि शिक्षकों के साथ ही सभी शासकीय शिक्षक, जो अपने कार्य में लापरवाही कर बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं, उन पर कार्यवाही का प्रस्ताव भेजें। यदि आपने कार्यवाही का प्रस्ताव नहीं भेजा और फील्ड में औचक निरीक्षक के दौरान शिक्षा की गुणवत्ता खराब मिली तो संबंधित बीईओ, बीआरसीसी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। इसी तरह जिन स्कूलों में त्रैमासिक परीक्षा परिणाम 10 प्रतिशत या उसके नीचे रहा है, उन सभी शिक्षकों पर कार्यवाही का प्रस्ताव भेजने के निर्देश सभी बी.ई.ओ को दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिले के शासकीय स्कूलों के हर एक विद्यार्थी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना हम सभी का कर्तव्य है।