सौसर MLA पर स्वेच्छा अनुदान निधि में गड़बड़ी का आरोप, भाजपा का बड़ा खुलासा: MLA बोले नियम के तहत दी राशि

सौसर। सौसर विधानसभा क्षेत्र में स्वेच्छा अनुदान निधि को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप मोहोड ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस विधायक विजय चौरे पर गंभीर आरोप लगाए। मोहोड ने कहा कि आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक विधायक चौरे ने अपने निजी सहायक (पीए) और उनके परिजनों के नाम पर 13 माह में 17 लाख रुपये से अधिक की राशि ट्रांसफर की। इसके अलावा इनकम टैक्स देने वाले टेंट, किराना और सीमेंट व्यापारियों के खातों में भी करीब 50 लाख रुपये जमा कराए गए। भाजपा ने इसे गरीब और जरूरतमंदों के हक़ का दुरुपयोग बताया और कहा कि इस पूरे मामले की शिकायत कलेक्टर सहित अन्य मंचों पर की जाएगी। बीजेपी के छिंदवाड़ा जिला अध्यक्ष शेषराव यादव ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भ्रष्टाचार के मास्टर ट्रेनर है।वही बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता अजय धवले ने कहा किने कहा कि सौसर विधायक विजय चौरे ने गरीबों को दी जाने वाली स्वेच्छा अनुदान राशि में मनमानी की है इनको नैतिकता के आधार पर अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। प्रेस वार्ता में छिंदवाड़ा बीजेपी जिला महामंत्री विजय पांडेय,पांढुरना भाजपा उपाध्यक्ष सदन साहू, राहुल मोहोड़ मौजूद थे
आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक विजय चौरे ने कहा कि उन्होंने कोई नियम विरुद्ध काम नहीं किया है। उनका कहना है कि गरीब लोग अक्सर लोहा और सीमेंट जैसी सामग्री की जरूरत के लिए संपर्क करते हैं, इसलिए सीधे व्यापारी के खातों में भुगतान किया गया। चौरे ने यह भी स्पष्ट किया कि आपात स्थिति में कुछ लोगों को नगद मदद की आवश्यकता होती है, जिसके लिए उनके पीए के परिजनों के खाते से व्यवस्था बनाई गई।
विधायक ने कहा कि स्वेच्छा अनुदान निधि का लेन-देन कलेक्टर और शासन की देखरेख में होता है। यदि कोई गड़बड़ी हुई है तो जांच कराई जानी चाहिए। चौरे ने भाजपा पर झूठे आरोप लगाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के पास कई एजेंसियां हैं, वह जांच करा सकती है।