सामूहिक सहयोग और प्रशासनिक तत्परता से बची प्रसूता की जान
जिले के हर्रई अनुभाग के ग्राम ऊंचाखेड़ा में एक नव प्रसूता की जान सामूहिक प्रयास और प्रशासनिक तत्परता से बचाई जा सकी। ग्राम की 23 वर्षीय सकलवती ने 1 सितंबर की शाम बच्चे को जन्म दिया, लेकिन प्रसव के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव से उसकी स्थिति गंभीर हो गई। दूरस्थ क्षेत्र, बारिश, बिजली और नेटवर्क बाधाओं के कारण तत्काल अस्पताल ले जाना संभव नहीं हो पा रहा था।
इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों, स्वास्थ्यकर्मियों और प्रशासन ने मिलकर सकलवती को ट्रैक्टर और अस्थायी स्ट्रेचर की मदद से चिलक सब-सेंटर तक पहुँचाया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद रात में ही बटकाखापा और फिर सीएचसी हर्रई ले जाया गया। अंततः जिला अस्पताल छिंदवाड़ा में वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. डी.पी. महाजन और डॉ. श्वेता पाठक के मार्गदर्शन तथा कलेक्टर शीलेंद्र सिंह की सतत निगरानी से सकलवती को ब्लड चढ़ाया गया और उसकी हालत स्थिर हो सकी।यह सफलता स्थानीय जनसहयोग, स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक तत्परता की मिसाल बन गई है।