मोहन सरकार ने एयर एंबुलेंस से एयर लिफ्ट कर मरीज की बचाई जान

मोहन सरकार ने एयर एंबुलेंस से एयर लिफ्ट कर मरीज की बचाई जान

मध्य प्रदेश का जिला बैतूल ऐसा पहला जिला बन गया है। जहां से पहली बार किसी गंभीर मरीज को एयरलिफ्ट कर भोपाल भेजा गया है। पीएम श्री एयर एंबुलेंस योजना के तहत मध्य प्रदेश में यह छठवां जिला है, जहां से एयर टैक्सी कम्पनी आई कैट ने किसी मरीज को हवाई मार्ग से हॉस्पिटल तक पहुंचाया है। हेलिकॉप्टर से एयरलिफ्ट करने का यह प्रदेश में पहला मौका है, इसके पहले अभी तक जिन जिलों में मरीजों को एयरलिफ्ट किया गया वो मिनी प्लेन से हुआ था।

मध्यप्रदेश में बैतूल छठवां जिला है, जहां यह सेवा शुरू हो गई है। इससे पहले रीवा से एयरलिफ्ट किए गए है, जबकि पन्ना, जबलपुर, सतना, ग्वालियर से भी मरीज एयरलिफ्ट कर भेजे गए हैं। आपको बता दे की एयरलिफ्ट कंपनी एक घंटे की फ्लाइट के लिए सरकार 2 लाख रु की राशि लेतीहै।आयुष्मान कार्डधारी मरीजों को इस योजना में एयरलिफ्ट कर भेजे जाने की योजना है। दुर्घटना या किसी बड़े हादसे के समय भी इस सेवा का लाभ लिया जा सकता है। ऐसी ही घटना आज मध्य प्रदेश के बैतूल में घटित हुई जिसमें शेखलाल हारले राजमिस्त्री पिछले 19 अगस्त को मकान का प्लास्टर करते हुए ऊंचाई से गिर गए थे। जिससे उनकी कमर में चोट आई थी। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जांच में पता चला की उनकी रीढ़ की हड्डी में चोट है। जिसका इलाज बैतूल अस्पताल में इनका इलाज संभव नहीं हो पा रहा था।जिला अस्पताल के डॉक्टर ने तय किया कि इलाज के लिए उसे गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल भेजा जाए। बैतूल से भोपाल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस के जरिए पहुंचने में चार घंटे का समय लगता है। जबकि सड़क के खराब होने से मरीज को होने वाली परेशानी डर था। ऐसे में उसे एयरलिफ्ट करने का फैसला किया। अस्पताल प्रबंधन ने योजना से संबद्ध कम्पनी से चर्चा की और फिर उसे आज हेलिकॉप्टर के जरिए भोपाल भेज दिया गया।