मजदूरी का सपना बना सौदे की हकीकत: उड़ीसा से लाई गई महिला को एक लाख में बेचा, पुलिस ने 5 दिन में किया खुलासा

मजदूरी के बेहतर अवसर की आस में छिंदवाड़ा आई एक महिला को जिन्दगी का ऐसा धोखा मिला, जिसकी उम्मीद उसने कभी नहीं की थी। उसे इंसान नहीं, सौदे की वस्तु समझा गया। लेकिन सिंगोड़ी पुलिस की सतर्कता और पांच दिन की सतत मेहनत से मामला उजागर हुआ और महिला को न्याय मिला।

घटना 26 मार्च से शुरू होती है, जब उड़ीसा के अंगुल जिले की एक 30 वर्षीय महिला रंगा नायक को दो परिचितों – कुन्नू नायक और नंदिनी नायक – ने छिंदवाड़ा में अधिक मजदूरी का लालच देकर घर से निकाला। वहां से नरसिंहपुर निवासी राकेश शुक्ला के जरिये उसे सिंगोड़ी पहुंचाया गया।

इंसानियत को शर्मसार करने वाला सौदा

सिंगोड़ी में गुरैया के निवासी छिदामी मालवीय और उसके बेटे नीरज मालवीय से एक लाख रुपए में महिला का सौदा तय हुआ। महिला को उनके घर में बंदी की तरह रखा गया। स्थानीय लोगों को जब शक हुआ, तब जाकर पूरा मामला सामने आया।