भोपाल/छिंदवाड़ा: नरवाई जलाने पर किसानों को सरकार की योजनाओं से हाथ धोना पड़ेगा, छिंदवाड़ा में अब तक 178 किसानों पर FIR

छिंदवाड़ा जिले में खेतों में नरवाई (फसल अवशेष) जलानेहै की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इसे देखते हुए प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। कलेक्टर शीलेंद्र सिंह के निर्देश पर अब तक 135 प्रकरणों में कार्रवाई करते हुए 178 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। कृषि उपसंचालक जितेंद्र सिंह का कहना है कि यह कार्रवाई पर्यावरण संरक्षण और वायु प्रदूषण नियंत्रण के उद्देश्य से की गई है।

1मई से नरवाई जलाने वाले किसानों पर होगा सख्ती

इस बीच मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नरवाई जलाने वालों के खिलाफ और भी सख्त रुख अपनाते हुए स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि 1 मई 2025 से नरवाई जलाने वाले किसानों को मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिलेगा और ऐसे किसानों से एमएसपी (समर्थन मूल्य) पर अनाज की खरीदी भी नहीं की जाएगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि नरवाई जलाने से प्रदेश का प्राकृतिक तंत्र और भूमि की उर्वरता प्रभावित हो रही है। इससे न केवल भूमि के पोषक तत्व नष्ट हो रहे हैं, बल्कि वायु प्रदूषण भी बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि ऐसे किसानों को तत्काल प्रभाव से सम्मान निधि से वंचित किया जाए और अगले वर्ष से उनकी फसलें एमएसपी पर न खरीदी जाएं।हालांकि, इस आदेश के संबंध में छिंदवाड़ा के कृषि उपसंचालक का कहना है कि शासन स्तर से उन्हें आज दिनांक तक लिखित आदेश अब तक प्राप्त नहीं हुआ है। जो भी आदेश होगा शासन और प्रशासन के निर्देश पर कार्यवाही की जाएगी।