भाद्रपद गणेश चतुर्थी पर चंद्रमा दर्शन से लगता है कलंक, इससे भगवान श्रीकृष्ण भी नहीं बचे – जानिए पूरी कथा
27 अगस्त 2025 को गणेश चतुर्थी पूरे देश में श्रद्धा और धूमधाम से मनाई जाएगी। परंपरा है कि इस दिन चंद्रमा का दर्शन वर्जित माना गया है। मान्यता है कि भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी की रात चंद्रमा देखने से मिथ्या दोष लगता है, जिसके कारण व्यक्ति पर झूठे आरोप या कलंक लग सकता है।
पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार चंद्रदेव ने भगवान गणेश के स्वरूप का उपहास किया था। इससे नाराज़ होकर गणेशजी ने उन्हें श्राप दिया कि इस तिथि पर जो भी चंद्रमा का दर्शन करेगा, वह मिथ्या दोष से ग्रसित होगा।
कहते हैं कि स्वयं भगवान श्रीकृष्ण भी इस दोष से नहीं बच पाए। कथा है कि उन्होंने गणेश चतुर्थी की रात चंद्रमा देखा और उन पर स्यमंतक मणि चोरी का झूठा आरोप लगा। बाद में नारद मुनि के मार्गदर्शन पर उन्होंने गणेशजी की विधिवत पूजा की, जिससे यह दोष दूर हुआ।
इस वर्ष गणेश चतुर्थी पर चंद्र दर्शन से बचने का समय 26 अगस्त को दोपहर 1:54 बजे से रात 8:29 बजे तक और 27 अगस्त को सुबह 9:28 बजे से रात 8:57 बजे तक रहेगा। यदि भूल से चंद्रमा दिखाई दे जाए, तो “सिंहः प्रसेनमवधीत्…” मंत्र का जप कर गणेशजी की आराधना करने से दोष का निवारण होता है।