भाजपा कार्यकारणी;महिला आरक्षण ने बढ़ाई दिग्गजों की टेंशन: 4 में से 3 पद पर महिलाओं का कोटा
भाजपा जिला कार्यकारिणी की घोषणा गाइडलाइन और महिला आरक्षण की अनिवार्यता के कारण उलझ गई है। अब तक घोषित सूची में 19 पदाधिकारी बनाए जा चुके हैं, लेकिन अभी भी एक महामंत्री, दो उपाध्यक्ष और एक मंत्री का पद खाली है। पार्टी के नियमों के अनुसार जिला कार्यकारिणी में कुल 21 पदाधिकारी बनाए जाने हैं, जिनमें कम से कम 7 पद महिलाओं के लिए सुरक्षित हैं।
वर्तमान सूची में केवल 4 महिलाओं को ही जगह मिली है। ऐसे में बचे 4 पदों में से 3 पद महिलाओं को दिए बिना गाइडलाइन पूरी नहीं होगी। यह स्थिति पुरुष दावेदारों के लिए बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है। खासकर एकमात्र शेष महामंत्री पद पर दोनों गुटों की खींचतान तेज है, लेकिन महिला आरक्षण का गणित दिग्गज पुरुष नेताओं की उम्मीदों पर पानी फेर सकता है।
समीकरण और ज्यादा उलझा
स्थिति तब और पेचीदा हो गई, जब यह चर्चा सामने आई कि यदि मंत्री सुश्री रंजना कोठार को एससी आरक्षण की श्रेणी में माना गया, तो वर्तमान कार्यकारिणी में महिलाओं की संख्या सिर्फ 3 ही गिनी जाएगी। ऐसे में गाइडलाइन पूरी करने के लिए बचे हुए सभी 4 पद महिलाओं को ही देने होंगे। इस वजह से वरिष्ठ नेताओं के नजदीकी पुरुष दावेदारों को एडजस्ट करना मुश्किल हो जाएगा।
दावेदारों की लंबी फेहरिस्त
बचे हुए मुख्य पदों के लिए कई नाम चर्चा में हैं। इनमें टीकाराम चंद्रवंशी, शंटी बेदी, धर्मेंद्र मिगलानी, प्रियवर सिंह, दिवाकर सदारंग और रोहित पोफली प्रमुख दावेदार बताए जा रहे हैं। पार्टी के अंदरूनी समीकरण और गुटीय राजनीति के चलते यह तय करना आसान नहीं होगा कि किसे मौका दिया जाए और किसे दरकिनार किया जाए। महिला आरक्षण की बाध्यता ने इन दावेदारों के लिए रास्ता और कठिन कर दिया है।