डेंटल इलाज ने किया चमत्कार: 20 साल बाद लौटी सुनने की शक्ति, डॉक्टर भी रह गए हैरान

सूरत में स्वास्थ्य जगत की चौंकाने वाली घटना सामने आई है जहां 63 वर्षीय महिला जयबुन्निशा को एक डेंटल ट्रीटमेंट के बाद 20 वर्षों बाद फिर से सुनाई देने लगा। वर्षों से बहरापन झेल रही इस महिला की यह अप्रत्याशित रिकवरी न सिर्फ उनके परिवार के लिए बल्कि ENT विशेषज्ञों के लिए भी आश्चर्य का विषय बन गई है।

जयबुन्निशा, सूरत ज़िले के कोसांबा की निवासी हैं, जो दो दशक से सुनने की शक्ति से वंचित थीं। पिछले 10 वर्षों से वे महंगे हियरिंग एड्स की मदद ले रही थीं, लेकिन लाभ नगण्य रहा। उनका सामाजिक जीवन पूरी तरह सिमट गया था और वे लगभग दुनिया से कट चुकी थीं।

परिवार ने उनकी स्थिति सुधारने के लिए उन्हें कोक्लियर इम्प्लांट सर्जरी कराने का निर्णय लिया, लेकिन उससे पहले उन्हें दांतों के इलाज के तहत फुल माउथ रिहैबिलिटेशन, टीएमजे (Temporomandibular Joint) थैरेपी और नर्व डीकंप्रेशन की प्रक्रिया कराई गई।

इलाज के कुछ दिन बाद, जब जयबुन्निशा घर पर आराम कर रही थीं, तब अचानक उन्होंने खुद को आवाजें सुनते पाया। “मैं बैठी थी और अचानक मुझे सब कुछ सुनाई देने लगा,” उन्होंने खुशी से बताया। उनके ENT डॉक्टरों ने तुरंत परीक्षण किए और पाया कि उनकी सुनने की क्षमता में सुधार हो चुका है, जिससे कोक्लियर सर्जरी की आवश्यकता ही समाप्त हो गई।

डेंटल इम्प्लांट विशेषज्ञ डॉ. ऋषि भट्ट के अनुसार, “यह संभवतः TMJ क्षेत्र में दबे नसों के दबाव मुक्त होने से हुआ है, जो कान से जुड़े तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है।”जयबुन्निशा अब न केवल सामान्य रूप से बातचीत कर पा रही हैं, बल्कि अपनी बेटी, जो दुबई में रेडियोलॉजिस्ट हैं, से फोन पर बातचीत भी करने लगी हैं। उनके पति, जो स्वयं डॉक्टर हैं, इस घटना को विज्ञान और सौभाग्य का संयुक्त परिणाम मानते हैं।