डीजीपी बोले- रेप रोकना केवल पुलिस के बस की बात नहीं इंटरनेट, मोबाइल और परिवार की लापरवाही को बताया जिम्मेदार;
मध्यप्रदेश पुलिस के डीजीपी कैलाश मकवाना ने कहा कि रेप की घटनाओं को रोकना केवल पुलिस के बूते की बात नहीं है। इसके लिए समाज, परिवार और तकनीक की भी जिम्मेदारी है।
शनिवार को उज्जैन पहुंचे डीजीपी मकवाना ने बाबा महाकाल के दर्शन के बाद जोन के अधिकारियों की बैठक ली और अपराध व कार्रवाई की समीक्षा की। मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि इंटरनेट और मोबाइल पर फैल रही अश्लीलता युवाओं में विकृति पैदा कर रही है। पहले परिवार और शिक्षक बच्चों पर नजर रखते थे, लेकिन अब “सीमाएं टूट चुकी हैं” और नियंत्रण कम हो गया है। यही कारण है कि ऐसे अपराधों में इजाफा हुआ है।
सिंहस्थ की तैयारियों पर फोकस
डीजीपी मकवाना सिंहस्थ 2028 की पुलिस तैयारियों का जायजा लेने के लिए उज्जैन पहुंचे थे। पुलिस कंट्रोल रूम में बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने पौधारोपण भी किया।
जल्द होगी 8,500 पदों पर भर्ती
डीजीपी ने बताया कि पुलिस विभाग में जल्द ही 8,500 पदों पर भर्ती की जाएगी। नक्सल मोर्चे पर मिली सफलता का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हाल ही में प्रदेश में 10 बड़े नक्सली मारे गए हैं। साथ ही डिजिटल अरेस्ट जैसे मामलों पर भी पुलिस ने प्रभावी अंकुश लगाया है।