जिस रास्ते को उन्होंने चुना उस रास्ते में आगे मिली मौत

 

     जिस रास्ते को उन्होंने चुना उस रास्ते में आगे मिली मौत

नागद्वारी मेला जा रहे श्रद्धालुओं की कार कट्टा नदी के तेज बहाव में बह गई। कार में सवार पांच में से चार लोग कार से कूद कर जान बचा लिये पर एक युवक कार के साथ बह गया। बीते 24 घंटे से लगातार एस डी आर एफ की टीम नदी में तलाश में डटी हुई थी। आख़िरकार आज सुबह एनडीआरएफ की टीम विशेष गोताखोरों के साथ नदी में उतरी और 3 घंटे के बाद युवक के शव को ढूंढ़ निकाल लिया। वह पुलिया से 15 से 20 मीटर की दूरी पर इसकी कार मिली जिसके अंदर वह फसा हुआ था।

युवक  का हाथ कार के बाहर था, जो रेस्क्यू करने वाली टीम को नजर आया, उसके बाद उन्होंने उसे कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। मृतक युवक  के शव को पोस्टमार्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।

जानकारी के अनुसार मृतक शैलेश कुशवाहा नागपुर का रहने वाला था जो अपनी कार में चार दोस्तों के साथ नागद्वारी यात्रा पर निकले थे साथ ही साथ ओर भी दोस्त थे जो एक अलग कार में सवार थे जो पहले ही तामिया पहुँच चुकें थे उन्होंने फ़ोन पर मृतक शैलेश को बताया कि हम तामिया पहुँच चुके है पर यह अभी नागद्वारी पहुँचने के लिये आधे रास्ते ही पहुँचे थे जहां रास्ता भटकने के कारण  आगे की रहा के लिए गूगल मैप का सहारा लिया यही से उन्होंने अलग रास्ता चुन लिया जो जुन्नारदेव होते हुए तामिया का था इस ही रहा में कट्टा नदी की पुलिया जो अपने उफान पर थी उन्हें यह पता नहीं था कि इस रास्ते पर आने वाली पुलिया उनके लिए काल बनकर खड़ी है। इस नदी के उफान में इनकी कार नियंत्रण खो दी ओर पुलिया से नीचे नदी में जा गिरी इसे पूर्व कार में पीछे बैठे चार दोस्त ने कार से कूदकर जान बचाई वही शैलेश अपने आप को नहीं सँभाल सका ओर तेज बहाव में  गाड़ी सहित बह गया उन्हें यह मालूम नहीं था की जिस राह में हम चल रहे थे इस रास्ते पर आने वाली पुलिया उनके लिए काल बनकर खड़ी है।