जानें सावन में पार्थिव शिवलिंग बनाने का महत्व पूजन विधि
जानें सावन में पार्थिव शिवलिंग बनाने का महत्व पूजन विधि
जो पार्थिव शिवलिंग बनाकर विधि से पूजन अर्चना करता है। सभी दुःखों को दूर करके सभी मनोकामनाएं पूर्ण करता है। यदि प्रति दिन पार्थिव पूजन किया जाए तो इस लोक तथा परलोक में भी अखण्ड शिव भक्ति मिलती है।
आइये जानते है पार्थिव शिवलिंग की पूजा विधि सबसे पहले आप मिट्टी लाये पार्थिव शिवलिंग निर्माण करने पर्व पूजा कर , शिवलिंग के सामने बैठकर मन ही मन पूजा का संकल्प ले इसके बाद, पवित्र मिट्टी को फूल और चन्दन से शुद्ध करते हुए, भगवान शिव के मन्त्रों का जाप करते हुए इस मिट्टी में दूध, गोबर,भस्म और दूध से बनाया जाता है बनते समय घी ,मक्खन मिलाकर शिवलिंग का निर्माण किया जाता है।अब आप अपने पूजा स्थान पर शिवलिंग रखकर मंत्र उच्चारण करते हुए पूजा करे शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और उसके बाद पंचामृत से स्नान करवाएं।फिर अक्षत, फल, फूल बेलपत्र चढ़ाएं फिर शिवलिंग पर गंगाजल या शुद्ध जल से अभिषेक करें।इसके बाद दीप प्रज्वलित करे धूप जलाये अब शिवलिंग पर चंदन का लेप करे कुमकुम लगाये शिवलिंग पर बेलपत्र, फूल और भोग आदि अर्पित करे ‘नमः शिवाय’ का 108 बार जाप करना चाहिए।इस विधि से आप पूजन कर के शाम को पार्थिव शिवलिंग का विसर्जन कर दे । यह विधि आप सावन माह में रोज़ करे अगर आप रोज़ पूजन करने में असमर्थ है तो आप सावन की कुछ मुख्य तिथि में भी कर सकते है।
जिससे आप पूर्ण अपनी मनोकामना को पूर्ण कर सकते है