जानिए आज का राशिफल, राहुकाल और प्रदोषकाल

बुधवार का दिन चतुर्दशी तिथि के साथ शिव आराधना को समर्पित रहेगा। मूल नक्षत्र में चंद्रमा का संचरण गंड मूल दोष की ओर संकेत करता है, जिससे कुछ राशियों के लिए विशेष सावधानी जरूरी होगी। ग्रहों की चाल व्यवसाय और कार्यक्षेत्र में उतार-चढ़ाव ला सकती है।

प्रदोष काल सायंकाल 7:17 बजे से आरंभ हो रहा है, जो विशेष रूप से शिव पूजन के लिए शुभ रहेगा।

 

आज का राशिफल (नाम राशि अनुसार)

मेष (चू, चे, चो, ला, ली)
मानसिक तनाव और चिंता बनी रह सकती है। कोई बड़ा निर्णय न लें। जोखिम वाले कार्यों से बचें।

सुझाव: विवादों से दूर रहें, संयम रखें।

वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी)
मनोरंजन और आनंद के योग हैं, पर आंखों की देखभाल जरूरी। लेन-देन सोच-समझकर करें।
सुझाव: यात्रा के योग बन रहे हैं, पर संयम रखें।

मिथुन (का, की, कु, घ, ड)
प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों में लाभ हो सकता है। स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें।
सुझाव: निवेश सोच-समझकर करें।

कर्क (ही, हू, हे, हो, डा)
विरोधियों से सतर्क रहें। कोर्ट-कचहरी से संबंधित कार्य टालें। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा।
सुझाव: वाणी पर नियंत्रण रखें।

सिंह (मा, मी, मू, मे, टा)
प्रेम संबंधों में उलझन की स्थिति बन सकती है। वाहन चलाते समय सावधानी रखें।
सुझाव: अहंकार से बचें, विवाद न करें।

कन्या (टो, पा, पी, पू, ष)
धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। नए अवसर मिल सकते हैं। स्वास्थ्य थोड़ा कमजोर रह सकता है।

सुझाव: थकान से बचें, संयमित दिनचर्या अपनाएं।

तुला (रा, री, रू, रे, ता)
नई योजनाएं बनेंगी, जो भविष्य में लाभ देंगी। तत्काल सफलता की उम्मीद न करें।

सुझाव: कार्यशैली में बदलाव करें।

वृश्चिक (ना, नी, नू, ने, तो)
धन लाभ की संभावना है। नए कार्यों की शुरुआत शुभ रहेगी। नौकरी में सराहना मिलेगी।

सुझाव: मित्रों से सहयोग मिलेगा, समय अनुकूल है।

धनु (ये, यो, भा, भी, भू)
चिंता का वातावरण रह सकता है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर खर्च बढ़ेगा।
सुझाव: अनावश्यक विश्वास से बचें।

मकर (जा, जी, खी, खू, खे)
कारोबार में लाभ के संकेत हैं। नौकरी में पदोन्नति संभव है। खर्चों पर नियंत्रण रखें।
सुझाव: सट्टा आदि से बचें, संयम बरतें।

कुंभ (गु, गे, गो, सा, सी)
भाइयों का सहयोग मिलेगा। जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ेगी। नकारात्मक सूचना मिल सकती है।
सुझाव: धैर्य रखें, विवेक से निर्णय लें।

मीन (दा, दी, दू, दे, दो)
कार्य में सफलता के योग हैं। सामाजिक मान-सम्मान बढ़ेगा। निवेश लाभदायक रहेगा।

सुझाव: गलत संगत से दूरी रखें।

विशेष पर्व और मान्यताएं

शिवशयन चतुर्दशी (उड़ीसा) – रात्रि में शिव पूजन का विशेष महत्व।
ज्वालामुखी देवी मेला (कश्मीर) – माता ज्वालामुखी के दर्शनों का शुभ अवसर।

शुभ मुहूर्त विशेष

प्रदोष काल: शाम 07:17 – 09:21 (शिव पूजन हेतु श्रेष्ठ)

राहुकाल: दोपहर 12:24 – 14:08 (कोई शुभ कार्य न करें)

गंड मूल दोष: सुबह 05:32 से रात्रि 28:49 तक (जन्त्र-शान्ति उचित)

“ईश्वरः सर्वभूतानां हृद्देशे तिष्ठति…” — श्रीमद्भगवद्गीता