छिन्दवाड़ा के कुकड़ीखापा में हुये अंधे हत्याकांड का हुआ खुलासा
छिन्दवाड़ा के कुकड़ीखापा में हुये अंधे हत्याकांड का हुआ खुलासा
खबर छिन्दवाड़ा: थाना मोहखेड चौकी उमरानाला अंतर्गत कुकड़ीखापा में हुये अंधे हत्याकांड का खुलासा घटना का एक दिसंबर को उमरानाला थाना मोहखेड़ अंतर्गत कुकड़ीखा जलप्रपात में एक व्यक्ति के मृत होने की सूचना पुलिस को प्राप्त हुई थी । प्राप्त सूचना पर मौके पर तत्पकाल मोहखेड और उमरानाला पुलिस मौके पर पहुंचंकर। घटना स्थल का निरीक्षण कर वरिष्ट अधिकारियों को अवगत कराया। पुलिस अधीक्षक द्वारा उक्त मर्ग को गंभीरता से लेते हुये तत्काल घटना स्थल एफएसएल टीम भेजी और गंभीरता से जांच करने हेतु निर्देश दिये । इसी सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त गयी तो मृतक की पहचान कृष्णा पिता सुरेश पंद्राम निवासी मोहपानी थाना बिछुआ निवासी होना पाय गया था । मृतक के शव का पंचनामा कार्यवाही कर पोस्टमार्टम कराया गया । पुलिस अधीक्ष अजय पांडे एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रता सिंह के कुशल मार्गदर्शन में एसडीओपी राजेश सिंह बंजारे के निर्देशन में मर्ग जांच के दौरा मृतक की काल डिटेल के अवलोकन में पाया गया कि दिनांक घटना समय को मृतक का दोस्त आका गिरारे पिता दशरथ गिरारे निवासी लहगडुआ का भी लोकेशन मृतक के साथ ही था और मृतक कृष्णा व मृत्यु के पश्चात मृतक के मोबाईल से पैसों का ट्राजेक्सन होना पाया गया। उक्त संदेही की तत्परता पतासाजी कर संदेही को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गयी। तो संदेही ने बताया कि पैसे की लालच दिनांक 30.11.2024 को संदेही आकाश और मृतक कृष्णा पंद्राम कुकड़ीखापा जलप्रपात शराब पी गये थे। जहां दोनों ने शराब पिया और जब कृष्णा को अधिक शराब का नशा हो गया तो आरोप आकाश ने उससे पैसे मांगे पैसे नहीं देने पर आकाश ने कृष्णा का मोबाईल ले लिया और कृष्णा क कुकड़ीखापा जलप्रपात में करीब 200-250 फीट नीचे पत्थरों में धक्का दे दिया। जिससे कृष्णा पंद्राम की मृत्यु हो गयी। आकाश ने अपने दोस्त कृष्णा की मृत्यु के बाद कृष्णा के मोबाईल से फोन पे के माध्यम 17000/-रूपये स्वयं के खाते में और 20,000/-रूपये अपने परिचित के खाते में ट्रांसफर कर दिये औ उसी दिन उज्जैन भाग गया । घटना की पुष्टि होने पर थाना मोहखेड में आरोपी आकाश पिता दशर गिरारे उम्र 21 वर्ष निवासी लहगड़ुआ थाना मोहखेड़ छिन्दवाड़ा के विरूध्द अपराध पंजीबद्ध किया गया ।
पुलिस अधीक्षक , अतिरक्त पुलिस अधीक्षक के कुशल मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में अनुविभागी अधिकारी मोहखेड़ एवं थाना प्रभारी मोहखेड़ द्वारा अंधे हत्याकांड की गुत्थी घटना के 15 दिन के भीत सुलझाई गयी। घटना करने वाले आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया।