छिंदवाड़ा में बेमौसम वर्षा: तामिया में सर्वाधिक 3 इंच बारिश, ‘मोंथा’ चक्रवात और दोहरी सिस्टम एक्टिविटी बनी वजह
छिंदवाड़ा, 31 अक्टूबर 2025: मानसून की आधिकारिक विदाई के बावजूद, छिंदवाड़ा जिले में अक्टूबर के अंत में पिछले 24 घंटों के दौरान व्यापक वर्षा दर्ज की गई, जिसने कई हिस्सों में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल दिया। सर्वाधिक वर्षा तामिया में हुई, जहाँ लगभग 2.95 इंच (75.0 मिमी) पानी गिरा, जबकि मोहखेड़ में केवल 0.01 इंच (0.3 मिमी) दर्ज की गई। जिले के अन्य क्षेत्रों, जैसे छिंदवाड़ा, अमरवाड़ा, चौरई, बिछुआ और हर्रई में भी औसतन 0.28 से 0.39 इंच तक हल्की से मध्यम बारिश हुई।
बारिश का वैज्ञानिक कारण
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, यह बेमौसम वर्षा अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में सक्रिय दोहरे मौसमी सिस्टम के संयुक्त प्रभाव का परिणाम है।
चक्रवात ‘मोंथा’ का प्रभाव: बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ (जो कमजोर होकर डिप्रेशन में बदल गया है) का असर पूर्वी मध्य प्रदेश की ओर बढ़ रहा है। यह सिस्टम अपने साथ पूर्वी हवाओं के माध्यम से प्रचुर मात्रा में नमी खींच रहा है।
अरब सागर का लो प्रेशर सिस्टम: अरब सागर में भी एक लो प्रेशर एरिया या डिप्रेशन सक्रिय है। इन दोनों प्रणालियों से नमी आने का सिलसिला बना हुआ है, और एक ट्रफ लाइन मध्य प्रदेश के ऊपर से गुजर रही है।
इन तीनों प्रणालियों के सक्रिय होने से, उत्तर-पश्चिमी भारत से आने वाली ठंडी हवाओं (पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से) की गति रुक गई है, और दक्षिण-पश्चिमी तथा मध्य भारत में मानसून-जैसी वर्षा हो रही है। इस वर्षा से दिन और रात के तापमान में गिरावट आई है, जिससे जिले में अचानक ठंडक बढ़ गई है।

 
             
             
            