छिंदवाड़ा में इस बार सुस्त है मानसून, पिछले वर्ष के मुकाबले अब तक 32.6 मिमी कम बारिश ,हर्रई व उमरेठ में सबसे ज्यादा बारिश, बिछुआ व चौरई अब भी पीछे:
छिंदवाड़ा, 23 जून 2025।
जिले में इस वर्ष मानसून की गति फिलहाल कमजोर नजर आ रही है। पिछले वर्ष की तुलना में अब तक औसतन 32.6 मिमी कम वर्षा दर्ज की गई है। भूमि अभिलेख कार्यालय से प्राप्त ताजा आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष 1 जून से 23 जून 2025 तक जिले में औसतन 74.6 मिमी वर्षा हुई है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह आंकड़ा 107.2 मिमी था।
पिछले 24 घंटे का वर्षा विश्लेषण:
पिछले 24 घंटों में जिले में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम बारिश दर्ज की गई। हर्रई, परासिया, अमरवाड़ा और छिंदवाड़ा मुख्यालय में अपेक्षाकृत अधिक वर्षा हुई, जबकि तामिया, बिछुआ और चांद में बिल्कुल भी वर्षा नहीं हुई।
तहसील पिछले 24 घंटे में वर्षा (मिमी)
छिंदवाड़ा 5.2
मोहखेड़ 1.0
तामिया शून्य
अमरवाड़ा 5.0
चौरई 5.0
हर्रई 5.6
बिछुआ शून्य
परासिया 6.1
जुन्नारदेव 5.4
चांद शून्य
उमरेठ 5.2
कुल प्रगतिशील वर्षा की तुलना (1 जून से 23 जून तक):
तहसील वर्ष 2025 (मिमी) वर्ष 2024 (मिमी) अंतर (मिमी)
छिंदवाड़ा 83.8 93.5 -9.7
मोहखेड़ 68.1 44.2 +23.9
तामिया 75.0 76.0 -1.0
अमरवाड़ा 72.6 204.6 -132.0
चौरई 60.6 92.5 -31.9
हर्रई 106.6 50.2 +56.4
बिछुआ 49.0 133.4 -84.4
परासिया 65.2 110.6 -45.4
जुन्नारदेव 59.8 100.6 -40.8
चांद 77.2 134.6 -57.4
उमरेठ 105.4 139.0 -33.6
विश्लेषण:
हर्रई और उमरेठ इस बार आगे: हर्रई ने पिछले साल के मुकाबले अब तक 56.4 मिमी अधिक वर्षा दर्ज की है। वहीं मोहखेड़ और उमरेठ में भी स्थिति पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर है।
अमरवाड़ा और बिछुआ सबसे पिछड़े: अमरवाड़ा में अब तक 132 मिमी और बिछुआ में 84.4 मिमी कम वर्षा हुई है।
कुल जिले में अब तक सामान्य से 30% कम वर्षा।
जिला प्रशासन व कृषि विभाग की नजर मौसम की आगामी चाल पर बनी हुई है। यदि जुलाई में अच्छी बारिश नहीं हुई तो खरीफ फसलों की बुवाई पर असर पड़ सकता है। हालांकि मौसम विभाग ने आगामी दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है।