छिंदवाड़ा- पांढुरना में 5माह से 8वर्ष के 14 बच्चों की मौत:परासिया11चौरई,छिंदवाड़ा,पांढुरना में 1-1मौत: डॉ सोनी निलंबित: दवाओं के सैंपल भेजे

छिंदवाड़ा-पांढुरना जिले में कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने से 14 मासूम बच्चों की मौत का मामला सामने आया है, जहां 7 लड़के और 7 लड़कियां शामिल हैं, जिनकी उम्र 5 माह से लेकर 7 वर्ष तक थी। यह त्रासदी सिरप में खतरनाक रसायन डायएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) की उच्च मात्रा पाए जाने के कारण हुई, जिससे बच्चों की किडनी खराब हो गई। इन मौतों में से सबसे अधिक 11 बच्चे परासिया के थे, जबकि एक-एक बच्चा चौरई, छिंदवाड़ा और पांढुरना के सौसर से था।प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने मृत बच्चे के परिजनों को 4-4 लाख रुपए देने की घोषणा की है।

इस गंभीर घटना के बाद, राज्य सरकार ने तुरंत सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है, बच्चों को यह दवा लिखने वाले डॉक्टर प्रवीण सोनी को गिरफ्तार किया गया है, और दवा निर्माता कंपनी श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की गहन जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है।

सिविल हॉस्पिटल के डॉ प्रवीण सोनी निलंबित

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर, छिंदवाड़ा में कोल्ड्रिफ कफ सिरप से बच्चों की मौत के गंभीर मामले में त्वरित कार्रवाई की गई है, जिसके तहत सिविल अस्पताल परासिया के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण सोनी को निलंबित कर दिया गया है। डॉ. सोनी पर निजी प्रैक्टिस के दौरान शिशुओं के उपचार में गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप है, जिसके कारण बच्चों की किडनी पर विपरीत प्रभाव पड़ा और कुछ की दुःखद मृत्यु हो गई। इस मामले में डॉ. सोनी और तमिलनाडु की दवा निर्माता कंपनी मेसर्स श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के संचालकों के विरुद्ध थाना परासिया में भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 105, 276 और औषधि अधिनियम की धारा 27ए के तहत एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है। इसके अलावा, जांच रिपोर्ट में नमूने अमान्य पाए जाने के बाद कोल्ड्रिफ सिरप की बिक्री पर पूरे प्रदेश में तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया गया है।

छिंदवाड़ा-पांढुरना जिले में कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने से 14 मासूम बच्चों की मौत का मामला सामने आया है, जहां 7 लड़के और 7 लड़कियां शामिल हैं, जिनकी उम्र 5 माह से लेकर 7 वर्ष तक थी। यह त्रासदी सिरप में खतरनाक रसायन डायएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) की उच्च मात्रा पाए जाने के कारण हुई, जिससे बच्चों की किडनी खराब हो गई। इन मौतों में से सबसे अधिक 11 बच्चे परासिया के थे, जबकि एक-एक बच्चा चौरई, छिंदवाड़ा और पांढुरना के सौसर से था। इस गंभीर घटना के बाद, राज्य सरकार ने तुरंत सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है, बच्चों को यह दवा लिखने वाले डॉक्टर प्रवीण सोनी को गिरफ्तार किया गया है, और दवा निर्माता कंपनी श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की गहन जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर, छिंदवाड़ा में कोल्ड्रिफ कफ सिरप से बच्चों की मौत के गंभीर मामले में त्वरित कार्रवाई की गई है, जिसके तहत सिविल अस्पताल परासिया के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण सोनी को निलंबित कर दिया गया है। डॉ. सोनी पर निजी प्रैक्टिस के दौरान शिशुओं के उपचार में गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप है, जिसके कारण बच्चों की किडनी पर विपरीत प्रभाव पड़ा और कुछ की दुःखद मृत्यु हो गई। इस मामले में डॉ. सोनी और तमिलनाडु की दवा निर्माता कंपनी मेसर्स श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के संचालकों के विरुद्ध थाना परासिया में भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 105, 276 और औषधि अधिनियम की धारा 27ए के तहत एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है। इसके अलावा, जांच रिपोर्ट में नमूने अमान्य पाए जाने के बाद कोल्ड्रिफ सिरप की बिक्री पर पूरे प्रदेश में तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया गया है।