छिंदवाड़ा जिले में इस वर्ष अब तक अधिक वर्षा: उमरैठ, हर्रई और अमरवाड़ा में सबसे बेहतर स्थिति, बिछुआ और तामिया में गिरावट

छिंदवाड़ा, 30 जून 2025।
छिंदवाड़ा जिले में 1 जून से 30 जून 2025 के बीच औसतन 164.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में अधिक है। वर्ष 2024 में इसी अवधि तक औसत वर्षा 152.4 मिमी रही थी। इस वर्ष की वर्षा जिले की सामान्य औसत वर्षा 1059.0 मिमी की तुलना में अब तक करीब 15.5% तक पहुँच चुकी है।

तहसीलवार तुलना (2025 बनाम 2024):

तहसील वर्षा (25) वर्षा/ (24)वृद्धि/कमी

उमरैठ 266.2 मिमी 142.8 मिमी +123.4 मिमी
हर्रई 187.6 मिमी 86.6 मिमी +101.0 मिमी
मोहोखेड 201.5 मिमी 45.6 मिमी +155.9 मिमी
चौरई 136.4 मिमी 108.6 मिमी +27.8 मिमी
छिंदवाड़ा 149.2 मिमी 140.5 मिमी +8.7 मिमी
जुन्नारदेव 146.4 मिमी 147.0 मिमी -0.6 मिमी
परासिया 113.4 मिमी 119.2 मिमी -5.8 मिमी
चांद 163.1 मिमी 216.8 मिमी -53.7 मिमी
अमरवाड़ा 213.2 मिमी 233.0 मिमी -19.8 मिमी
बिछुआ 113.0 मिमी 228.4 मिमी -115.4 मिमी
तामिया 126.0 मिमी 210.0 मिमी -84.0 मिमी

मुख्य विशेषताएँ:

उमरैठ, हर्रई और मोहोखेड में इस वर्ष भारी वर्षा दर्ज की गई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 100 मिमी से अधिक रही।

बिछुआ और तामिया में वर्षा में भारी गिरावट देखी गई, जो चिंता का विषय बन सकता है।

चांद और अमरवाड़ा में भी इस वर्ष वर्षा में क्रमशः 53.7 मिमी और 19.8 मिमी की कमी दर्ज की गई है।

कृषि और योजना पर प्रभाव:
वर्षा की यह असमानता कृषि कार्यों को प्रभावित कर सकती है। जहां एक ओर उमरैठ, हर्रई, और मोहोखेड जैसे क्षेत्रों में खरीफ फसल की बुवाई तेजी से हो सकती है, वहीं बिछुआ, तामिया और चांद जैसे क्षेत्रों में सूखे की स्थिति पर नजर रखना जरूरी होगा।