छिंदवाड़ा के ड्रग्स पैडलर गैंग का पर्दाफाश: नागपुर में एमडी खरीदने पहुंचे, तीन पकड़े, एक शिवपुरी से दबोचा, मास्टरमाइंड अब भी फरार
छिंदवाड़ा के पांच युवकों का गिरोह हाईप्रोफाइल ड्रग्स एमडी खरीदने नागपुर पहुंचा — लेकिन इस बार किस्मत ने साथ नहीं दिया। कपिल नगर पुलिस की सतर्कता से नशे का यह खेल बीच रास्ते में ही पकड़ा गया।
नागपुर के पावर ग्रिड चौक पर गश्त के दौरान पुलिस की नजर मध्यप्रदेश पासिंग की एक संदिग्ध कार पर पड़ी। शक गहराया तो पुलिस ने दबिश दी। पुलिस को देख कार सवार भाग खड़े हुए। थोड़ी ही देर में पुलिस ने पीछा कर तीन युवकों को दबोच लिया —
अंश पूरिया (22 वर्ष, सीएसआर कॉलोनी, छिंदवाड़ा)
प्रियांशु (23 वर्ष, खजरी निवासी)
अभिषेक भावरकर (25 वर्ष, चमन मोहल्ला, गुरैया)
इनके पास से करीब 4.25 ग्राम एमडी ड्रग्स भी बरामद हुई। लेकिन इसी गैंग के दो अन्य सदस्य — अभिजीत उर्फ लक्की (शिवपुरी निवासी) और कान्हा ठाकुर (छोटी बाजार, छिंदवाड़ा) — मौके से फरार हो गए।
पुलिस ने हार नहीं मानी। फरार आरोपी लक्की को शिवपुरी से गिरफ्तार कर लिया गया। अब बचा है सिर्फ कान्हा ठाकुर, जिसकी तलाश में छापेमारी तेज कर दी गई है।
पार्टियों के रंगीन बादशाह बने थे आरोपी
सूत्रों की मानें तो अंश पूरिया और उसके साथी महंगे नशे की दुनिया में पहले से एक्टिव थे। ये गैंग नागपुर ही नहीं, मुंबई और भोपाल से भी ड्रग्स लाकर रंगीन पार्टियों में सप्लाई करता था। हर हफ्ते एक से दो बार एमडी ड्रग्स खरीदने नागपुर आते थे। यह जहरीला सामान सिर्फ खुद के लिए नहीं, बल्कि शहर के कई और बिगड़े युवकों के लिए भी लाया जाता था।
अब नागपुर पुलिस पूरे नेटवर्क की पड़ताल में जुट गई है — कौन खरीदता था, कौन बेचता था, किसके संरक्षण में चल रहा था यह खेल — सबकी कुंडली खुलनी बाकी है।