छिंदवाड़ा: पुस्तक मेले का शुभारंभ, किताबें नहीं मिलने से निराश अभिभावक, नोटबुक पर 40% छूट,मेला बढ़ाने की मांग
जिले के 3000 से अधिक स्कूलों के 3.50 लाख छात्रों को राहत देने के उद्देश्य से एमएलबी स्कूल में पुस्तक एवं गणवेश मेला आयोजित किया गया। लेकिन, पहले ही दिन किताबों की कमी, अव्यवस्था और दुकानदारों की मनमानी के कारण अभिभावकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
पहले दिन 4 लाख रुपये की बिक्री, लेकिन अव्यवस्था ने बढ़ाई मुश्किलें
कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने पुस्तक मेले का शुभारंभ किया और स्टॉल संचालकों को अधिकतम छूट देने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) गोपाल सिंह बघेल भी मौजूद रहे।
डीईओ गोपाल सिंह बघेल ने बताया कि पहले दिन 4 लाख रुपये से अधिक की बिक्री हुई और कई अभिभावकों ने इसका लाभ उठाया। हालांकि, कुछ कमियां सामने आई हैं, जिनकी समीक्षा की जाएगी, ताकि अगले दिनों में व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके।
अभिभावकों की शिकायत – नहीं मिली ज़रूरी किताबें
कई अभिभावकों ने शिकायत की कि अधिकांश स्कूलों की किताबें उपलब्ध नहीं थीं।दुकानदारों ने कहा कि 5 दिन बाद किताबें आएंगी, जबकि मेला केवल 27 से 29 मार्च तक ही आयोजित किया गया है।शुभम स्टेशनरी सहित कुछ दुकानों ने अभिभावकों को प्रवेश तक नहीं दिया, यह कहते हुए कि “आज किताबें खत्म हो गई हैं, कल आइए”।
नोटबुक और स्टेशनरी पर भारी छूट
मेले में परासिया के सर्वोत्तम और खंडेलवाल स्टेशनरी ने नोटबुक और स्टेशनरी पर 40% से 50% तक की छूट दी।एनसीईआरटी की किताबों पर 5% तक की छूट दी जा रही है।अभिभावकों ने इस छूट का भरपूर लाभ उठाया।
स्टॉक की कमी और दुकानदारों की मनमानी
प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश दिया था कि सभी स्कूलों की किताबें हर स्टॉल पर उपलब्ध होनी चाहिए। लेकिन बुक डिपो संचालकों ने अलग-अलग फर्म बनाकर केवल चुनिंदा दुकानों पर किताबें रखीं, जिससे अभिभावकों को परेशानी हुई।
अभिभावक संघ ने की मेले की अवधि बढ़ाने की मांग
अभिभावक संघ के अध्यक्ष रॉबिन मालवी ने कहा,”अभी तक कई अभिभावकों को वेतन नहीं मिला है, जिससे वे किताबें और गणवेश नहीं खरीद पा रहे हैं। इसलिए प्रशासन को मेले की अवधि बढ़ानी चाहिए, ताकि सभी अभिभावकों को इसका लाभ मिल सके।”
प्रशासन ने दिया आश्वासन
कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने कहा कि मेले में कुछ समस्याओं की जानकारी मिली है, जिनका जल्द समाधान किया जाएगा।पुस्तक मेला प्रभारी राहुल पटेल ने कहा कि “हम अभिभावकों को बेहतर सुविधा देने के लिए प्रयास कर रहे हैं, यदि किसी को परेशानी हो रही है तो उसे जल्द दूर किया जाएगा।”अब देखना होगा कि प्रशासन अभिभावकों की मांग पर क्या निर्णय लेता है और अगले दिनों में मेले की व्यवस्थाओं में कितना सुधार होता है।