छिंदवाड़ा:जस्टिस आर्य का नोट कांड में टिप्पणी से इंकार; ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ देश के विकास का निर्णायक कदम
हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश रोहित आर्य आज छिंदवाड़ा पहुंचे, जहाँ आयोजित राष्ट्रव्यापी विचार एवं परामर्श सम्मेलन में उन्होंने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के सिद्धांत को देशहित का महत्वपूर्ण कदम बताया। मीडिया से बातचीत करते हुए रोहित आर्य ने कहा कि इस व्यवस्था से देश की आर्थिक प्रगति, संसाधनों के सदुपयोग एवं राजनीतिक-सामाजिक विकास में तेजी आएगी।पूर्व न्यायाधीश ने गुरुवार को यह स्पष्ट किया कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ न केवल देश के विकास के हित में है बल्कि यह संविधान के दायरे में भी आता है। उन्होंने बताया कि एक साथ चुनाव कराने से चुनावी प्रक्रिया में स्थिरता आएगी, अनुचित प्रलोभन एवं धन बल में कमी होगी तथा समय की बचत होगी।
जहां तक जस्टिस वर्मा के घर में जले हुए नोट मिलने घटना का सवाल है, रोहित आर्य ने इस विषय पर टिप्पणी करने से साफ इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि अब वह रिटायर हो चुके हैं और इस मामले पर कोई अतिरिक्त टिप्पणी नहीं करेंगे।
इस संदर्भ में, भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने हाल ही में राज्य की ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ समिति का गठन किया है। मध्य प्रदेश भाजपा प्रमुख वीडी शर्मा ने सेवानिवृत्त न्यायाधीश रोहित आर्य को समिति का समन्वयक नियुक्त किया है
एक राष्ट्र, एक चुनाव: देश की प्रगति के लिए आवश्यक कदम
हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश रोहित आर्य ने आज आयोजित राष्ट्रव्यापी विचार एवं परामर्श सम्मेलन में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के विचार को देशहित का महत्वपूर्ण कदम बताया। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि एक साथ चुनाव कराने से आर्थिक प्रगति, संसाधनों का सदुपयोग एवं राजनीतिक-सामाजिक विकास में तेजी आएगी।
पूर्व न्यायाधीश रोहित आर्य ने कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव के माध्यम से चुनावी प्रक्रिया में मजबूती आएगी, अनुचित प्रलोभन और धन बल में कमी आएगी और समय की बचत होगी। उन्होंने यह भी बताया कि यह विचार कम से कम 1983 से चल रहा है, जब चुनाव आयोग ने पहली बार इस पर विचार किया था।
उन्होंने उल्लेख किया कि 1951-52 में आयोजित पहले आम चुनाव के बाद 1967 तक भारत में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ ही कराए जाते थे। हालांकि, 1968-69 में कुछ विधानसभाओं के समय से पहले भंग होने से यह व्यवस्था बाधित हो गई, परन्तु 1971 में हुए चुनावों के बाद पहली, दूसरी और तीसरी लोकसभा ने पूरे पाँच साल का कार्यकाल पूरा किया।
सम्मेलन में माननीय सांसद विवेक बंटी साहू भी उपस्थित रहे। सांसद साहू ने कहा कि आज के समय में एक साथ चुनाव कराने से देश की राजनीतिक व्यवस्था में स्थिरता आएगी और संसाधनों का सही तरीके से उपयोग हो सकेगा।बीजेपी जिला अध्यक्ष शेषराव यादव ने इसे राष्ट्र केहित में कई मायनों में फायदेमंद बताया।कार्यक्रम में मेयर विक्रम अहाके और कार्यक्रम से जुड़े अलकेश लांबा मौजूद रहे
भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने हाल ही में राज्य की ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ समिति का गठन किया है। इसी क्रम में मध्य प्रदेश भाजपा प्रमुख वीडी शर्मा ने सेवानिवृत्त न्यायाधीश रोहित आर्य को समन्वयक नियुक्त किया है।