छिंदवाड़ा:”छह साल बिना बैठक, फिर भी विकास का दावा! राकेश सिंह के बयान से मचा सियासी बवाल”
जिला योजना समिति की बैठक न होने को लेकर उठे सवालों के बीच प्रदेश के प्रभारी मंत्री राकेश सिंह का बयान सियासी हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। सिंह ने कहा कि भले ही वे पिछले छह वर्षों में प्रभारी मंत्री नहीं रहे हों, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि जिले में विकास कार्यों की समीक्षा नहीं हुई। उन्होंने दावा किया कि विकास कार्यों की प्रगति पर लगातार नजर रखी गई है, और बैठकें केवल औपचारिक माध्यम होती हैं।
उनका यह बयान कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के निशाने पर आ गया है। कांग्रेस एम एल ए सुनील उईके का कहना है कि जब वर्षों तक समिति की बैठक ही नहीं हुई तो फिर विकास की निगरानी और प्राथमिकताओं का निर्धारण कैसे हुआ? विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने योजनाओं को गंभीरता से नहीं लिया और अब सवाल उठने पर सफाई दी जा रही है।
राकेश सिंह ने शुक्रवार को आयोजित जिला योजना समिति की बैठक में कहा, “हर बैठक का अपना एजेंडा होता है। एक ही बैठक में सभी मुद्दों को निपटाना संभव नहीं होता। हम आगे भी लगातार बैठकों का आयोजन करेंगे और विकास कार्यों को प्राथमिकता से आगे बढ़ाएंगे।”
शिक्षा के मुद्दे पर सरकार की सक्रियता का दावा
इसी दौरान मंत्री राकेश सिंह ने “स्कूल चलें अभियान” के तहत एक विद्यालय का दौरा किया और बच्चों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रह जाए। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में यह अभियान सर्वोच्च प्राथमिकता पर है।
मुस्लिम समाज को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला
प्रभारी मंत्री ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी ने सालों तक मुस्लिम समाज को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, “जो भी सामाजिक और कानूनी सुधार मुस्लिम समाज के पक्ष में हुए हैं, वे मोदी सरकार के कार्यकाल में ही संभव हो सके हैं। आज मुसलमान भाजपा के समर्थन में सामने आ रहे हैं और सरकार को धन्यवाद ज्ञापन भी दे रहे हैं।”
कांग्रेस की सुप्रीम कोर्ट जाने की बात पर तंज
हाल ही में पारित एक बिल को लेकर कांग्रेस द्वारा सुप्रीम कोर्ट जाने की घोषणा पर भी राकेश सिंह ने चुटकी ली। उन्होंने कहा, “विपक्ष को उम्मीद थी कि सरकार तैयार नहीं होगी, लेकिन बिल बहुमत से पास हुआ और लंबी चर्चा के बाद पारित किया गया। अब उनके पास कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है।”