छिंदवाड़ा:अब तक 12% अधिक वर्षा, हर्रई, उमरेठ और अमरवाड़ा रहे आगे: हर्रई में दोगुनी से ज्यादा बारिश

भू-अभिलेख कार्यालय, छिंदवाड़ा द्वारा जारी वर्षा रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष जिले में 1 जून से 2 जुलाई 2025 तक 220.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है, जो कि पिछले वर्ष इसी अवधि की 196.7 मिमी औसत वर्षा की तुलना में लगभग 12% अधिक है। यह वर्षा जिले की सामान्य औसत वर्षा (1059.0 मिमी) का लगभग 21% है, जो खरीफ सीजन की अच्छी शुरुआत का संकेत दे रहा है।

 

तहसीलवार तुलनात्मक वर्षा आंकड़े (मिमी में):

तहसील 2024 (अब तक) 2025 (अब तक) % परिवर्तन विशेष टिप्पणी

 

छिंदवाड़ा 173.9 202.8 +17% सामान्य बढ़ोतरी

मोहखेड़ 151.6 241.1 +59% उल्लेखनीय वृद्धि

तामिया 237.0 184.0 –22% कमी दर्ज की गई

अमरवाड़ा 291.4 300.4 +3% लगभग स्थिर

चौरई 157.8 165.0 +4% हल्की बढ़त

हर्रई 112.4 315.8 +181% सर्वाधिक वृद्धि

बिछुआ 271.0 127.4 –53% भारी कमी

परासिया 161.4 150.0 –7% हल्की गिरावट

जुन्नारदेव 161.8 219.6 +36% बेहतर प्रदर्शन

चांद 272.0 196.9 –28% उल्लेखनीय गिरावट

उमरेठ 174.5 334.6 +92% दूसरी सबसे अधिक बढ़ोतरी

 

मुख्य बिंदु:

हर्रई तहसील में इस वर्ष 315.8 मिमी वर्षा दर्ज हुई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 181% अधिक है।

उमरेठ में 92% वृद्धि के साथ अब तक की वर्षा 334.6 मिमी रही, जो जिले में सबसे अधिक है।

बिछुआ, तामिया, परासिया, और चांद तहसीलों में वर्षा में कमी आई है।

जिले का औसत पिछले वर्ष की तुलना में 24.2 मिमी अधिक है।

कृषि पर संभावित प्रभाव:

इस वर्ष अधिकांश क्षेत्रों में समय पर और अच्छी वर्षा ने खरीफ फसलों की बुवाई के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया है। विशेषकर हर्रई, उमरेठ और अमरवाड़ा जैसे क्षेत्रों में किसानों को सिंचाई की चिंता से राहत मिल सकती है।