चरित्र संदेह बना मौत का कारण: पत्नी-पुत्र ने मिलकर घोंटा पति का गला: दोनों आरोपी गिरफ्तार

छिंदवाड़ा जिले के थाना अमरवाड़ा में हृदय विदारक घटना सामने आई है, जहां एक व्यक्ति की उसके ही बेटे और पत्नी ने मिलकर हत्या कर दी। हत्या की वजह मृतक द्वारा अपनी पत्नी के चरित्र पर लगातार संदेह करना और आए दिन झगड़ा करना बताया गया है। अमरवाड़ा पुलिस ने इस गंभीर मामले का खुलासा 24 घंटे के भीतर करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

​दिनांक 23 अक्टूबर 2025 को ग्राम राहीवाड़ा निवासी शिवराम उइके ने थाना अमरवाड़ा में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके पिता मनीराम उर्फ मनी उइके (उम्र 60 वर्ष) की मृत्यु संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। मृतक के शरीर पर कान, गले और नाक में चोट के निशान थे। पुलिस द्वारा मृतक का पी.एम. (पोस्टमार्टम) कराया गया।
​मर्ग जांच और डॉक्टर की शॉर्ट पी.एम. रिपोर्ट से यह स्पष्ट हुआ कि मृतक की मौत गला घोंटने से हुई है। इस आधार पर थाना अमरवाड़ा में अपराध क्रमांक 799/25 के तहत भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103(1) और 3(5) के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की गई।

​विवेचना और खुलासा
​पुलिस अधीक्षक अजय पाण्डेय के निर्देशानुसार, अनु.अधि. (पु.) कल्याणी बरकडे के नेतृत्व में थाना प्रभारी  राजेन्द्र धुर्वे ने त्वरित कार्यवाही करते हुए एक टीम गठित की।
​पूछताछ: मृतक के परिजनों, मुख्य रूप से पत्नी फूलवती उइके (उम्र 55 वर्ष) और पुत्र शिवप्रसाद उइके (उम्र 25 वर्ष) को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई।
​अपराध स्वीकार: पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उन्होंने बताया कि मृतक मनीराम उइके अक्सर अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह करता था और इसी बात पर झगड़ा-मारपीट करता था, जिससे वे दोनों बहुत परेशान हो चुके थे।
​हत्या का तरीका: दिनांक 22 अक्टूबर 2025 की रात लगभग 09:00 बजे, जब मृतक की पत्नी खेत से वापस लौटी, तब भी मनीराम ने झगड़ा शुरू कर दिया। इसी दौरान, पत्नी फूलवती और पुत्र शिवप्रसाद ने मिलकर गमछे से मनीराम का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।
​गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई
​पुलिस ने घटनास्थल से हत्या में प्रयुक्त गमछा और अन्य भौतिक साक्ष्य विधिवत् जब्त किए हैं। दोनों आरोपी फूलवती उइके और शिवप्रसाद उइके को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है।