गणेश चतुर्थी 2025: घर में गणपति स्थापना को लेकर असमंजस खत्म, जानें सिंदूरी या सफेद मूर्ति में कौन-सी है अधिक शुभ और किस समय करें स्थापना

गणेश चतुर्थी का पर्व इस साल 27 अगस्त 2025 को धूमधाम से मनाया जाएगा। हर साल की तरह इस बार भी लोग घरों और पंडालों में गणपति बप्पा की स्थापना करेंगे। लेकिन अक्सर यह सवाल उठता है कि घर में कौन-सी गणेश प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए – सिंदूरी या सफेद? साथ ही स्थापना का शुभ समय क्या है?

सिंदूरी या सफेद गणेश मूर्ति – कौन सी है शुभ?

सफेद गणेश: शांति, सुख-समृद्धि और पारिवारिक सौहार्द का प्रतीक मानी जाती है। घर में सफेद मूर्ति स्थापित करने से मानसिक शांति बनी रहती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।

सिंदूरी (लाल/केसरिया) गणेश: आत्मविश्वास, ऊर्जा और संकल्प शक्ति का प्रतीक हैं। करियर, व्यापार और लक्ष्यों की पूर्ति के लिए सिंदूरी गणेश की स्थापना विशेष शुभ मानी जाती है।

स्थापना का शुभ समय (मुहूर्त)

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 27 अगस्त को गणेश प्रतिमा स्थापना के लिए सबसे शुभ समय सुबह 11:05 बजे से दोपहर 1:40 बजे तक है। इसके अलावा सुबह 7:33 से 9:09 बजे तक और 10:46 से 12:22 बजे तक का समय भी शुभ माना गया है।

वास्तुशास्त्र के अनुसार जरूरी नियम

गणेश जी की मूर्ति हमेशा उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) या उत्तर / पूर्व दिशा में स्थापित करनी चाहिए।मूर्ति की सूंड बाईं ओर मुड़ी होनी चाहिए, इसे वाममुखी गणेश कहा जाता है और यह गृहस्थ जीवन के लिए शुभ माना गया है।गणेश जी की बैठी हुई (ललितासन) मुद्रा सबसे उत्तम है।घर में सिर्फ एक ही गणेश प्रतिमा रखें, एक से अधिक मूर्तियां रखना अशुभ माना जाता है।

मूर्ति के साथ मूषक (वाहन) और मोदक का होना जरूरी है।मिट्टी से बनी पर्यावरण-अनुकूल प्रतिमा को सबसे शुभ माना जाता है।