गणेश चतुर्थी पर चूहे का दिखना: शुभ संकेत या अशुभ? शास्त्र बताते हैं रहस्य
गणेश चतुर्थी 2025 नज़दीक है और इस पावन पर्व को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह है। भगवान गणेश का वाहन चूहा भी इस उत्सव से गहराई से जुड़ा हुआ है। मान्यता है कि इस दिन यदि चूहा दिखाई दे तो यह केवल एक संयोग नहीं, बल्कि एक विशेष संकेत है।
क्या कहता है शास्त्र?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गणेश चतुर्थी पर चूहे का दर्शन शुभ माना जाता है। मान्यता है कि यह संकेत देता है कि विघ्नहर्ता गणेश आपकी बाधाओं को दूर कर रहे हैं। विशेषकर यदि सफेद चूहा दिखे, तो इसे और अधिक मंगलकारी माना जाता है।
वहीं, चूहे का घर से बाहर जाना दरिद्रता और समस्याओं के निवारण का प्रतीक माना जाता है।
कब माना जाता है अशुभ?
कुछ परंपराओं के अनुसार, यदि सुबह उठते ही अचानक चूहा दिखाई दे तो यह अशुभ संकेत हो सकता है। इसे आने वाली बाधाओं या दुर्भाग्य का प्रतीक माना गया है।
धार्मिक महत्व
शास्त्रों में चूहे को केवल गणेश जी का वाहन ही नहीं, बल्कि अंतर्यामी ब्रह्म का प्रतीक बताया गया है। इसलिए इसका दर्शन साधक के जीवन में समृद्धि, शक्ति और आशीर्वाद का सूचक माना जाता है।
गणेश चतुर्थी 2025 नज़दीक है और इस पावन पर्व को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह है। भगवान गणेश का वाहन चूहा भी इस उत्सव से गहराई से जुड़ा हुआ है। मान्यता है कि इस दिन यदि चूहा दिखाई दे तो यह केवल एक संयोग नहीं, बल्कि एक विशेष संकेत है।
क्या कहता है शास्त्र?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गणेश चतुर्थी पर चूहे का दर्शन शुभ माना जाता है। मान्यता है कि यह संकेत देता है कि विघ्नहर्ता गणेश आपकी बाधाओं को दूर कर रहे हैं। विशेषकर यदि सफेद चूहा दिखे, तो इसे और अधिक मंगलकारी माना जाता है।
वहीं, चूहे का घर से बाहर जाना दरिद्रता और समस्याओं के निवारण का प्रतीक माना जाता है।
कब माना जाता है अशुभ?
कुछ परंपराओं के अनुसार, यदि सुबह उठते ही अचानक चूहा दिखाई दे तो यह अशुभ संकेत हो सकता है। इसे आने वाली बाधाओं या दुर्भाग्य का प्रतीक माना गया है।
धार्मिक महत्व
शास्त्रों में चूहे को केवल गणेश जी का वाहन ही नहीं, बल्कि अंतर्यामी ब्रह्म का प्रतीक बताया गया है। इसलिए इसका दर्शन साधक के जीवन में समृद्धि, शक्ति और आशीर्वाद का सूचक माना जाता है।