कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने कक्षा 10वीं एवं 12वीं के परीक्षा परिणाम सुधार हेतु दिए अनिवार्य निर्देश
कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने कक्षा 10वीं एवं 12वीं के परीक्षा परिणाम सुधार हेतु दिए अनिवार्य निर्देश
ख़बर छिन्दवाड़ा:कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह के निर्देशानुसार परीक्षा परिणाम निर्माण समिति की बैठक जिला शिक्षा अधिकारी जी.एस. बघेल की अध्यक्षता एवं संस्था प्राचार्य ए. काले की उपस्थिति में शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय छिंदवाड़ा में संपन्न हुई। जिसमें प्रत्येक विद्यालय में अनिवार्य रूप से आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश जारी किये गये हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी बघेल ने बताया कि प्रत्येक विषय शिक्षक को निर्देश दिये गये हैं कि 06 जनवरी 2025 से प्री-बोर्ड परीक्षा के पूर्व तक सभी विद्यालयों में गहन लिखित अभ्यास कराया जाये, जिसमें कठिन विषयों पर विशेष ध्यान दिया जाये। ‘डी’ एवं ‘ई’ ग्रेड के विद्यार्थियों की कक्षाएं पृथक-पृथक संचालित की जाये तथा जिन विषयों में बच्चे अधिक कमजोर हैं, उन्हें आनुपातिक रूप से अधिक समय दिया जाये, अर्थात जो विषय तैयार हो चुके हैं, उनके कठिन विषयों का समय निकाला जाये। ‘डी’ एवं ‘ई’ ग्रेड के विद्यार्थियों को केवल परीक्षा उपयोगी प्रश्नों का अभ्यास कराया जाये। इसमें वन लाइनर, पॉकेट डायरी, प्रश्न बैंक, वस्तुनिष्ठ प्रश्न और मानचित्र आदि की सहायता के साथ ही उन बच्चों को इन सामग्रियों के प्रिंट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। अर्धवार्षिक परीक्षा के बाद स्वमूल्यांकन प्रपत्र के विश्लेषण से प्राप्त कठिनाइयों का समाधान प्रधानाचार्य और विषय शिक्षकों द्वारा किया जाए। प्रत्येक कक्षा में विषय शिक्षकों को आगामी दिनों में विद्यार्थियों को गृहकार्य देकर तैयार किए गए लिखित प्रश्नों का अभ्यास कराना चाहिए। एनसीईआरटी की पुस्तकों में बच्चों को दिए गए टॉपिक तैयार कराएं क्योंकि बोर्ड प्रश्न पत्रों का आधार यही है। पिछले वर्ष (2024) की बोर्ड परीक्षा के प्रश्नों को तैयारी से बाहर रखा जा सकता है और वर्ष 2022 और 2023 के प्रश्न पत्रों की तैयारी अनिवार्य की जाए। हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा 2025 के दृष्टिकोण से कक्षा 10 के सभी विषयों के 100 वन लाइनर महत्वपूर्ण बनाकर सभी विद्यार्थियों को अनिवार्य तैयारी के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे। जिन विद्यालयों में शिक्षकों की कमी के कारण विषयों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है, वे तत्काल कार्यालय को सूचना उपलब्ध कराएं। यदि किसी विषय का पाठ्यक्रम अधूरा है तो शीतकालीन अवकाश में कक्षाएं पूरी कराई जाएं। अर्धवार्षिक परीक्षा 2024-25 में 85 प्रतिशत से अधिक परीक्षा परिणाम वाले विद्यार्थियों को पृथक से योजना बनाकर गहन शिक्षण दिया जाए, जिससे विद्यार्थी प्रदेश की विशेषज्ञता सूची में स्थान बना सकें।इस परीक्षा विकास समिति में प्रभात कुमार सोनी, अमिता शर्मा, उषा गजभिये, ज्योति कर्मवीर एवं अरविंद शुक्ला उपस्थित थे।