पत्नी के स्वप्न के बाद तत्कालीन कलेक्टर ने मूर्ति को मंदिर में किया स्थापित
कलेक्टर पत्नी के स्वप्न के बाद तत्कालीन कलेक्टर ने खुदाई में मिली मूर्ति को मंदिर में स्थापित किया था

कलेक्ट्रेट बंगले के पास मां सिद्धात्री का मंदिर है।मंदिर से जुड़े मदन मोहन साहू ने बताया कि 4 दशक पहले छिंदवाड़ा के गोदड़देव में खुदाई के दौरान यह प्रतिमा मिली थी।तत्कालीन कलेक्टर एन पी तिवारी ने इस मूर्ति को कलेक्ट्रेट की अमानत शाखा में रखवा दिया था।कुछ महीने बाद कलेक्टर की पत्नी को स्वप्न में दुर्गा मां ने दर्शन दिया और इस प्रतिमा की स्थापना की बात कही।सन 1982 में कलेक्टर ने इस प्रतिमा को गुरैया रोड स्थित मन्दिर में स्थापना की। कार्बन डेटिंग में पता चला कि यह मूर्ति 1200साल पुरानी है।इस मूर्ति की बनावट शास्त्रों में वर्णित मां सिद्धदात्री के जैसी होने के कारण सिद्धदात्री नाम पड़ा। नवरात्र के आखरी दिन मां सिद्धदात्री मां के दर्शन के बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे है।
