कफ सिरप से 21बच्चों की मौत: सिविल दर्जन हटे: दवा कंपनी के मालिक पर ₹20हजार का इनाम: गुरुवार रात 12बजे से मेडिकल स्टोर बंद

छिंदवाड़ा। 8 अक्टूबर 2025

मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा और बैतूल जिलों में पिछले एक माह से जहरीली कफ सिरप पीने से बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब तक छिंदवाड़ा में 19 और बैतूल में 2, कुल 21 मासूमों की जान जा चुकी है। इस भयावह त्रासदी ने स्वास्थ्य और प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

मौत का कारण: डाई एथलीन ग्लायकल का ओवरडोज़

जांच में यह खुलासा हुआ है कि बच्चों की मौत का कारण डॉक्टर द्वारा लिखी गई कफ सिरप में था। दवा निर्माता द्वारा इसमें डाई एथलीन ग्लायकल नामक जहरीला रसायन अनुपात से कई गुना अधिक मिलाया गया था। इसी कारण मासूमों की पेशाब रुक गई और किडनी डैमेज होने के बाद उनकी मौत हुई। अधिकांश बच्चों को इलाज के लिए नागपुर के अलग-अलग अस्पतालों में रेफर किया गया था, जहां उनकी मौत हुई।

डॉक्टर की जमानत याचिका निरस्त

इस मामले में अधिकांश बच्चों को कफ सिरप परासिया के सिविल अस्पताल में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण सोनी ने अपने निजी क्लीनिक में लिखी थी। आज इस मामले में एक बड़ा कानूनी घटनाक्रम हुआ। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (ADJ) गौतम कुमार गुजरे ने कोल्डरीफ़ सिरप मामले में आरोपी डॉ. प्रवीण सोनी की जमानत याचिका को निरस्त कर दिया है।

दवा निर्माता फरार, पुलिस ने रखा इनाम

घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। पुलिस अधीक्षक अजय पांडेय ने आरोपी दवा निर्माता की तलाश के लिए एक एसआईटी (SIT) का गठन किया है। जानकारी के मुताबिक, श्रीसन फार्मा से संबंधित मुख्य आरोपी रंगनाथन गोविन्दन अपनी पत्नी समेत फरार है। पुलिस ने आरोपी रंगनाथन गोविन्दन पर 20 हजार रुपए का इनाम भी रखा है।

सीएमएचओ पद से हटाए गए गोन्नारे

आज उप मुख्यमंत्री एवं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री शुक्ला ने मृत बच्चों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। मीडिया की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए मंत्री शुक्ला ने तत्काल प्रभाव से सीएमएचओ डॉ. नरेन्द्र गोन्नारे को जिला अस्पताल के सिविल सर्जन पद से हटा दिया है। उनके स्थान पर डॉ. सुशील दुबे को सिविल सर्जन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

विरोध में रात 12 बजे से अनिश्चितकालीन हड़ताल

  • किडनी फेलियर कांड में दवाई दुकानों पर हो रहे प्रशासनिक एक्शन के विरोध में जिला औषधी विक्रेता संघ ने बड़ा निर्णय लिया है। संघ के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सौंपा और घोषणा की कि आज (8 अक्टूबर 2025) रात 12 बजे से छिंदवाड़ा की सारी दवाई की दुकानें अनिश्चित काल के लिए बंद रहेंगी। इस हड़ताल से जिले में दवा संकट गहराने की आशंका है।