ओर कब तक ‘शुद्ध के लिए युद्ध’

ओर कब तक  ‘शुद्ध के लिए युद्ध’

त्योहारी सीजन में नकली और मिलावटी मिठाई, मावा (खोया) पनीर और घी का धंधा फल-फूल रहा है।संभल जाइए और सतर्क हो जाइए क्योंकि इस दिवाली पर भी ‘जहर’ के कारोबारी सक्रिय हो गए हैं।मिलावटखोरों के खिलाफ सरकारों के ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ जैसे अभियान भी चल रहे हैं।अधिकारी ताबड़तोड़ एक्शन भी ले रहे हैं।उत्तर भारत और मध्य भारत के राज्यों में हालात इतने खराब हैं कि एक-एक दिन में लाखों लीटर नकली दूध, हजारों किलो मिठाइयां और अन्य मिलावटी खाद्ध पदार्थों की बरामदगी हो रही है

दीपावली के त्योहार के दौरान मावा की मांग बढ़ने पर मिलावटखोरी के मामलों पर प्रशासन की टीम कार्रवाई तो करती है पर साल दर साल मामले घटने की जगह बढ़ते ही जा रहे है

राजस्थान हो या यूपी या मध्य प्रदेश हर जहां मिलावटी मिठाई के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है आज बात राजस्थान के जयपुर यहां जैसे ही खाद्य विभाग की टीम एक गोदाम में पहुंची तो देखा गया कि बड़ी संख्या में मिलावटी मिठाई बनाई जा रही है।राजस्थान के जयपुर के अलग-अलग जगहों पर छापेमारी में खाद्य विभाग की टीम ने 250 किलो नकली मिठाई बरामद की।वहीं बाकी दुकानों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।रिपोर्ट आनी बाकी है। यह ज़हर एक प्रदेश का ही मामला नहीं है यह ज़हर हर प्रदेश में इस ही प्रकार से बड़ी तादाद पर में बनाया जा रहा है शासन प्रशासन त्यौहारी सीजन में ही कुछ छापे मार कार्यवाही करती है थोड़ा बहुत जुर्माना भी लगता है पर मिलावट पर कोई सख्त कानून ना होने के कारण यह मिलावटखोर इसका फायदा उठाकर बच जाते है ।और फिर यह कारोबार चलता ही रहता है।

आप सतर्क रहे जहां तक हो सके आप घर के बने व्यंजन का ही प्रयोग करे मावा,पनीर,घी से बनने वाली बाहरी मिठाइयाँ बिलकुल ना ख़रीदें इस प्रकार ही आप इस मिलावटी चीजो से बच सकते है।

प्रश्न बस यह बचता है कि ओर कब तक  ‘शुद्ध के लिए युद्ध’