अंधविश्वास और लापरवाही ने ली युवक की जान: सर्पदंश के बाद झाड़-फूंक में गंवाया कीमती समय

जिले के सिंगोड़ी गांव में अंधविश्वास और नासमझी का खामियाजा एक युवक को अपनी जान गंवाकर भुगतना पड़ा। घर में घुसे सांप को पकड़ने की कोशिश के दौरान युवक को सांप ने डस लिया। परिजन समय रहते इलाज कराने के बजाय उसे झाड़-फूंक में उलझाए रहे। जब तक अस्पताल पहुंचे, तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं।

जान जोखिम में डालकर किया खिलवाड़

शनिवार रात वैवाहिक कार्यक्रम से शराब के नशे में लौटे सुनील यदुवंशी (44) ने घर में घुसे सांप को बिना किसी सुरक्षा उपाय के पकड़ने की कोशिश की। नासमझी और लापरवाही का आलम यह था कि उसने न तो सांप के खतरे को समझा, न ही किसी विशेषज्ञ की मदद ली। डिब्बे में बंद करने की कोशिश के दौरान सांप ने उसे तीन बार डस लिया।

इलाज छोड़, झाड़-फूंक का सहारा

गंभीर हालत में होने के बावजूद परिजनों ने सुनील को फौरन अस्पताल नहीं पहुंचाया। इलाज की जगह अंधविश्वास में फंसे परिजन उसे झाड़-फूंक कराने पड़िहार के पास ले गए। कई घंटे की देरी के बाद जब सुनील को जिला अस्पताल लाया गया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

अंधविश्वास बन रहा मौत का कारण

अगर समय पर सुनील को मेडिकल ट्रीटमेंट मिलता, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी।सर्पदंश के बाद पहले एक घंटे कोअंधविश्वास और लापरवाही ने ली युवक की जान: सर्पदंश के बाद झाड़-फूंक में गंवाया कीमती समय ‘गोल्डन ऑवर’ माना जाता है, जिसमें सही इलाज बेहद जरूरी होता है।

गांवों में जागरूकता अभियान के बावजूद आज भी झाड़-फूंक जैसे अंधविश्वासी तरीकों पर विश्वास किया जा रहा है, जो जानलेवा साबित हो रहे हैं।

पुलिस ने की कार्रवाई

मामले में पुलिस ने पंचनामा बनाकर शव का पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सौंप दिया है।