अंतरजातीय विवाह पर बहिष्कार: बेटी के प्रेम विवाह से नाराज़ परिवार को समाज से बाहर किया, मां-बेटी को बाल पकड़कर घसीटा और पीटा ​

समाज में प्रगति के दावों के बावजूद, मध्य प्रदेश के परासिया क्षेत्र में एक बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है, जहाँ अंतरजातीय विवाह करने के कारण एक युवती के पूरे परिवार को न केवल सामाजिक बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि उन पर शारीरिक हमला भी किया गया है।

घटना

उमरेठ के चारगांव की निवासी 27 वर्षीय सुषमा अहके ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। सुषमा ने बताया कि उनकी बहन ने अंतरजातीय विवाह किया है, जिससे उनके कुटुंब और समाज के कुछ लोग बेहद नाराज हैं।

शनिवार को, सुषमा की बड़ी मम्मी और उनके पुत्र, कई अन्य लोगों के साथ उनके घर आए और घर को घेर लिया। उन्होंने परिवार पर समाज की “नाक कटाने” का आरोप लगाते हुए अपशब्द कहे।

इसके बाद, उन लोगों ने सुषमा अहके और उनकी 55 वर्षीय मां एशवती अहके के साथ बेरहमी से मारपीट की। आरोपियों ने मां एशवती अहके के बाल पकड़कर उन्हें घसीटा, जिससे उनकी पीठ पर घसीटे जाने के निशान पाए गए हैं। सुषमा ने बताया कि उन्हें भी बुरी तरह मारा गया और उनके बाल दो घंटे तक पकड़कर रखे गए, जिससे उन्हें चलने में भी परेशानी हो रही है।

सामाजिक बहिष्कार और पुलिस कार्रवाई

पीड़ित परिवार ने बताया कि इस घटना के बाद से उन्हें कुटुंब के किसी भी कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाता है और उन्हें पूरी तरह से समाज से बाहर (बहिष्कृत) कर दिया गया है।

पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है। शिकायत के बाद, शनिवार शाम तीन बजे पुलिस ने दोनों पीड़ित महिलाओं का मुलाहजा (चिकित्सीय परीक्षण) करवाया। पुलिस अब दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रही है।