सुबह 4.45 बजे पर गई पहली फ्लाइट दिल्ली से पुणे के लिए
नई दिल्ली
करीब 2 महीने बाद देश भर के ज्यादातर एयरपोर्ट पर आज की सुबह फिर पुरानी हलचल नजर आई. कोरोना संकट के बाद लॉकडाउन की वजह से बंद पड़ी हवाई सेवाएं फिर से शुरु हो चुकी है. एयरपोर्ट पर गाड़ियां आ रही हैं, विमान उड़ान भर रहे हैं और कोरोना संकट के दौरान यात्रियों के लिए भी नए नियमों के साथ सफर का ये पहला अनुभव है.
मास्क और ग्लव्स, थर्मल स्क्रीनिंग, सामान का सैनिटाइजेशन. हवाई सफर करने वालों के लिए आज का अनुभव बिलकुल अलग रहा. दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आधी रात से ही यात्रियों की भीड़ जुटना शुरू गई थी. पहली फ्लाइट यहां से पुणे के लिए 4 बजकर 45 मिनट पर थी. दूसरी फ्लाइट भुवनेश्वर के लिए 6 बजकर 50 मिनट पर उड़ान भरी.
गौरतलब है कि कोरोना संकट के बीच कई तरह की जद्दोजहद के बाद दिल्ली समेत कई शहरों में हवाई सेवाओं की शुरुआत हो चुकी है. मुश्किल इसलिए थी क्योंकि देश के बड़े महानगरों में कोरोना तेजी से पांव पसार चुका है. इसी वजह से कुछ राज्य हवाई सेवाओं को मंजूरी देने से कतरा रहे थे.
महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु के साथ छत्तीसगढ़ ने भी नागरिक उड्डयन मंत्रालय को इस बारे में अपनी चिंता जताई थी. पश्चिम बंगाल ने अम्फान तूफान की वजह से कुछ वक्त दिए जाने की अपील की थी. पश्चिम बंगाल की दलील मान ली गई और आज पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश को छोड़कर पूरे देश में हवाई सेवा शुरु हो गई.
आंध्र प्रदेश में 26 मई और पश्चिम बंगाल में 28 मई से हवाई सेवाओं की शुरुआत की जाएगी. कोलकाता एयरपोर्ट बंद होने की वजह से अगरतला के लिए भी आज की उड़ानों को रद्द कर दिया गया है. बाकी राज्यों ने भी एहतियात के तौर पर उड़ानों की संख्या धीरे- धीरे बढ़ाने का फैसला किया है.
मुंबई एयरपोर्ट पर आज 25-25 विमानों की आवाजाही होगी. चेन्नई एयरपोर्ट पर 25 विमानों को उतरने की इजाजत होगी. बेंगलुरू से 215 उड़ानों को मंजूरी मिली है. लखनऊ से 36 विमानों का ऑपरेशन होगा और जयपुर से 20 विमानों ने आने जाने की तैयारी की है. आज पटना एयरपोर्ट से 5 शहरों के लिए यात्री सफर करेंगे और करीब 34 उड़ानों की तैयारी है.
आज से गाजियाबाद के हिंडन सिविल टर्मिनल से उड़ान भरे जाने के लिए प्रशासन की तरफ से हरी झंडी दे दी गई है. जिन शहर में कोरोना के हॉटस्पॉट ज्यादा है वहां विमान सेवाओं की संख्या धीरे-धीरे बढ़ाई जाएगी.