‘सिमी जेल ब्रेक’ मामले की दोबारा जांच करवा सकती है कमलनाथ सरकार
भोपाल
15 सालों बाद सत्ता मे लौटी कांग्रेस बीजेपी के शासन काल में हुए घोटालो, कांडों और मुद्दों के पन्ने फिल उलटने की कोशिश करने जा रही है। अब कमलनाथ सरकार सिमी जेल ब्रेक मामले की भी फाइल खोलने की तैयारी में है। खबर है कि कांग्रेस सरकार सिमी जेल ब्रेक मामले की दोबारा जांच करवा सकती है। इस मामले में गृहमंत्री बाला बच्चन का भी कहना है कि सरकार सिमी जेल ब्रेक की दोबारा जांच पर विचार कर रही है।इस मामले में मुख्यमंत्री कमलनाथ से चर्चा करेंगें।
दरअसल, जेल मंत्री बाला बच्चन ने आज रविवार को जेल मुख्यालय में अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में जेल की सुरक्षा से लेकर तमाम मुद्दों पर बातचीत हुई। बैठक में जेल डीजी संजय चौधरी समेत तमाम जेल के अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान बच्चन ने कहा कि सरकार सिमी जेल ब्रेक की दोबारा जांच पर विचार कर रही है। सीएम कमलनाथ से चर्चा कर दोबारा जांच पर विचार करेंगे। पहले जेल ब्रेक से जुड़ी तमाम रिपोर्ट का अध्ययन करेंगे और फिर जररूत पडने पर जांंच कराएंगे।
बच्चन ने कहा कि जेलों की सुरक्षा बढ़ाई जाएगी। कैदियों को अस्पताल में ले जाने पर भी अब पहले से ज़्यादा सुरक्षा रहेगी । अलग से अस्पताल में बने वार्डो में सुरक्षाकर्मी बढ़ाए जाएंगे।अधिकारियों ने बच्चन को सीएम कमलनाथ के गृह क्षेत्र में नई सेंट्रल जेल बनाने की जानकारी भी दी। ये नई सेंट्रल जेल 160 करोड़ की लागत से बनेगी। अभी छिदंवाड़ा में जिला जेल है।
बता दे कि 30-31 दिसंबर, 2016 की दरम्यानी रात को भोपाल सेंट्रल जेल ब्रेक कर सिमी के आठ विचाराधीन क़ैदी भाग निकले थे, बाद में पुलिस के साथ मुठभेड़ में सभी कैदी मारे गए थे। जांच आयोग ने माना गया था कि घटना के लिए 10 अधिकारी, कर्मचारी जिम्मेदार हैं। इस घटना की जांच करने का जिम्मा सरकार ने सात नवंबर 2016 को उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश एसके पांडे को सौंपा था।