सहयोगियों के बगावती तेवर पर बीजेपी का नरम रुख, सिद्धार्थनाथ बोले- सुलझा लेंगे विवाद
लखनऊ
उत्तर प्रदेश में अपना दल और ओम प्रकाश राजभर की बगावत के बाद भारतीय जनता पार्टी अब सहयोगियों को मनाने में लग गई है. योगी सरकार के मंत्री और प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि अपना दल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के साथ बैठकर बातचीत के बाद मामला शांत हो जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पर अपना दल के दावा ठोंकने की खबरों पर सिद्धार्थनाथ ने कहा कि बनारस सीट खाली नहीं है. हालांकि, अपना दल प्रमुख आशीष पटेल ने भी वाराणसी सीट की दावेदारी से इंकार किया है.
हरदोई के आरआर इंटर कॉलेज में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे सिद्धार्थनाथ सिंह ने अपना दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अभी उत्तर प्रदेश में गठबंधन के सहयोगियों के साथ लोकसभा सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है, लेकिन मैं इतना ही कहूंगा कि वाराणसी की सीट खाली नहीं है. उन्होंने कहा कि अनुप्रिया पटेल केंद्र सरकार में मंत्री हैं और आशीष पटेल को भारतीय जनता पार्टी के कोटे से एमएलसी बनाया गया है. अगर उनके मन को ठेस लगा है तो हम बैठकर बातचीत कर लेंगे. मामला सुलझा लेंगे.
पार्कों में आरएसएस की शाखा पर भी प्रतिबंध लगाने की कांग्रेस की मांग पर सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि आरएसएस की शाखा और नमाज में अंतर होता है. नमाज एक धार्मिक आयोजन है, जबकि आरएसएस की शाखा में खेलकूद या राष्ट्रवाद की बात होती है. राष्ट्रवाद और खेलकूद पर किसी ने पाबंदी नहीं लगाई है.
बता दें, शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गाजीपुर में रैली थी. उत्तर प्रदेश सरकार पर सम्मान न देने का आरोप लगाते हुए अपना दल ने रैली का बहिष्कार कर दिया था. साथ ही यूपी सरकार के सभी सरकारी कार्यक्रम से दूरी बनाने का ऐलान किया है. अपना दल के इस बगावती तेवर के पीछे लोकसभा सीटों का बंटवारा भी मामला है. खबरों के मुताबिक, आशीष पटेल ने वाराणसी समेत 10 लोकसभा सीटों की डिमांड की है. इन खबरों से इंकार करते हुए आशीष पटेल ने कहा था कि अपना दल की वाराणसी से चुनाव लड़ने की कोई योजना नहीं है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी हमारे नेता हैं और वही इस सीट से चुनाव लड़ेंगे.