सर्दियों में मक्के की रोटी खाए, फायदे ही फायदे पाएं
इससे पहले हमने आपको सर्दियों में सरसो के साग खाने के फायदे बताए थे, भला मक्के की रोटी के बिना सरसो के साग का मजा कैसे आएगां। चलिए आज इस आर्टिकल में आपको मक्के की रोटी के फायदे बताएंगे। सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं काफी फायदेमंद होता है मक्का खाना। चाहे रोटी के रूप में खाएं या इसे साबूत ही खा लें। मक्के में फाइबर, विटामिंस, कैरोटिनॉयड्स आदि पोषक तत्व होते है।
मक्के को आसानी से पचाया जा सकता है, ये डाइजेशन के हिसाब से भी अच्छा होता है। ये ग्लूटेन फ्री होता है। इसलिए आप इसका सेवन करना बहुत फायदेमंद है।आइए जानते है इसके फायदों के बारे में।
खून बढ़ाए
शरीर में यदि लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण कम हो जाए तो इस स्थिति को एनिमिया कहा जाता है। ऐसे में एनिमिया के मरीजों के लिए मक्के का आटा बहुत लाभकारी होता है। दरअसल मक्के में जिंक, आयरन और बीटा कैरोटीन होता है, जो शरीर में लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण बढ़ाने का काम करता है। इससे कई बीमारियों का रिस्क कम हो जाता है।
खांसी के लिए
कफ में मक्का के भुट्टे को जलाकर उसकी राख तैयार कर ली जाए और इसे पीस लिया जाए। फिर इसमें अपने स्वाद के अनुसार सेंधा नमक डालकर दिन में 4 बार एक चम्मच फांकी लेने से कुकुर खांसी, कफ और सर्दी में आराम मिलता है।
हड्डियों को बनाए मजबूत
मैग्नीशियम और आयरन से भरपूर मक्के की रोटी के सेवन से हड्डियों का घनत्व बढ़ता है। इसके अलावा इसमें जिंक और फास्फोरस भी पाया जाता है। यह आर्थराइटिस, ऑस्टियोपोरोसिस जैसे रोगों से बचाव में भी काम आता है
पचने में आसान
गेंहू की रोटी के अपेक्षा मक्के की रोटी का पाचन आसन होता है। यह एसिडिटी, कब्ज आदि पेट संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने में भी फायदेमंद होता है। इसमें काफी मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो पेट की ठीक तरह से सफाई करता है और लीवर को भी दुरस्त रखता है।
पेशाब की जलन की समस्या को करें दूर
मक्के के भुट्टे को पानी में उबाल लिया जाए और छानकर इसमें मिश्री मिलाकर पीने से पेशाब की जलन और गुर्दों की कमजोरी भी दूर होती है। पहले मक्के के उबले दानों को चबाया जाए और अंत में इस पानी को पिया जाए, तो यह किडनी और मूत्र तंत्र को बेहतर बनाता है। किडनी की सफाई के लिए यह उत्तम फार्मूला है। ऐसा करने से पथरी होने की आशंका खत्म हो जाती हैं।