विडंबना-अंतिम संस्कार में जाने से भी रोक रहा है कोरोना का नियम
रायपुर
कोरोना लाकडाउन के चलते मौत पर भी परिजन व परिचित चाह कर नहीं पहुंच पा रहें है इसलिए कि शासन ने मुक्तिधाम तक जाने के लिए लोगों की एक निश्चित संख्या तय कर रखी है। शहर से दूर रहने वालों की मन:स्थिति का तो अंदाजा लगा पाना मुश्किल है,जिनके घरों में यह घटना हो गई हो। कई मार्मिक घटनाक्रम कोरोना संक्रमण के चलते देखने को मिल रहा है। लेकिन लोगों के रिश्तों की बुनियाद संकट की इस घड़ी में और मजबूती व नजदीकियां लेकर सामने आ रही है। राज्य के धमतरी में एक व्यक्ति के निधन पर काफी भावुक क्षण देखने को मिला। जब घर की बेटी और बहू ने घर के बुजुर्ग को कांधा दिया और श्मशान घाट तक पहुंचीं। मोहन लाल साहू का शनिवार को निधन हो गया। उनके बेटे की पहले ही मौत हो चुकी है। लिहाजा बहू और बेटी ने कांधा दिया। लॉकडाउन के कारण सीमित लोगों को ही अंतिम संस्कार में शामिल होने दिया। इस तरह न सिर्फ अपने संस्कार निभाए, बल्कि अपनी समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी भी निभाई। मुखाग्नि उनके नाती साहिल ने दी। दुख की इस घड़ी में लोग चाहकर भी नहीं जा पाए।