मनमोहन का मोदी पर वार, भ्रांति और BJP के बड़बोलेपन के खिलाफ है खामोश लहर
नई दिल्ली
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार पर वार करते हुए कहा है कि बीते 5 साल का कार्यकाल शासन और जवाबदेही में विफलता की एक दुखद कहानी है। मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी पर सीधा वार करते हुए कहा कि बीते 5 सालों में भारत आर्थिक मंदी की ओर अग्रसर है, मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को बेहद खराब हालत में ला दिया है। उन्होंने कहा, 'मोदी का शासन भारत के युवाओं, किसानों, व्यापारियों और हर लोकतांत्रिक संस्था के लिए सर्वाधिक त्रासदीपूर्ण और विनाशकारी रहा है।'
10 साल तक यूपीए सरकार में प्रधानमंत्री रहे मनमोहन ने कहा कि जो सरकार समावेशी विकास में विश्वास नहीं रखती है, वह वैमनस्य की बलिवेदी पर राजनीतिक अस्तित्व को ले कर चिंतित होती है, उसे बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए। प्रतिदिन नए विमर्शों की खोज की जा रही है, यह राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि के दिवालियेपन को दिखाता है।
कांग्रेस और विपक्षी नेताओं से जुड़े लोगों के खिलाफ जांच लेकर पूर्व पीएम ने कहा कि मैं जांच पड़ताल का स्वागत करता हूं, जबकि भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच प्रधानमंत्री मोदी अपनी सरकार को जांच पड़ताल और जवाबदेही से परे मानते हैं। भ्रांति और बीजेपी के बड़बोलेपन के खिलाफ लोगों में एक खामोश लहर है।
यही नहीं मनमोहन सिंह ने विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे भगोड़े कारोबारियों को लेकर भी पीएम मोदी पर वार किया। उन्होंने कहा कि
देश से भागने वाले घोटालेबाजों और उच्च राजनीतिक पदों पर बैठे लोगों के बीच निश्चित तौर पर साठगांठ है। बिना बुलाये पाकिस्तान जाने से लेकर पठानकोट में आईएसआई को आमंत्रित करने की पाकिस्तान पर मोदी की लापरवाहीपूर्ण नीति असंगत है। पुलवामा पर बोले मनमोहन, मोदी मीटिंग कर बजाय कर रहे थे शूटिंग
पुलवामा आतंकी हमले पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया में देरी को लेकर भी मनमोहन ने उन पर निशाना साधा। मनमोहन सिंह ने कहा, 'दुख की बात है कि पुलवामा हमले के बाद सीसीएस की बैठक की अध्यक्षता करने की बजाय प्रधानमंत्री मोदी जिम कॉर्बेट पार्क में ‘फिल्मों की शूटिंग’ कर रहे थे।