भारत में ही होगा 2019 का पूरा आईपीएल
नयी दिल्ली
इस वर्ष अप्रैल-मई माह में होने वाले आम चुनावों के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को देश से बाहर कराने की अटकलों पर विराम लगाते हुये भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मंगलवार को स्पष्ट कर दिया कि इस ट््वंटी 20 टूर्नामेंट का संपूर्ण संस्करण भारत में ही आयोजित किया जाएगा और इसका कार्यक्रम फरवरी के शुरू में घोषित किया जा सकता है। आईपीएल-2019 का संस्करण 23 मार्च से शुरू होना है लेकिन अप्रैल-मई माह में आम चुनावों के कारण सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अटकलें थीं कि टूर्नामेंट देश के बाहर कराया जा सकता है। हालांकि बीसीसीआई ने आधिकारिक बयान जारी कर स्पष्ट कर दिया कि आईपीएल का संपूर्ण संस्करण देश में आयोजित होगा।
बोर्ड ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) ने मंगलवार को नयी दिल्ली में बैठक की और लीग के आयोजन स्थल पर चर्चा की। प्रारंभिक चर्चा और संबंधित केंद्रीय तथा राज्य प्रशासनिक एजेंसियों से चर्चा के बाद तय किया गया है कि 12वां संस्करण भारत में ही खेला जाएगा। टूर्नामेंट 23 मार्च से शुरू होगा और सीओए संबंधित पक्षों से चर्चा के बाद लीग का कार्यक्रम घोषित करेगा। आईपीएल का पूरा कार्यक्रम फरवरी के शुरू में आ सकता है। आठ फ्रैंचाइज़ी के घरेलू मैदानों के अलावा चार से छह अतिरिक्त मैदान बैकअप के तौर पर शॉर्टलिस्ट किये गए हैं। चुनाव आयोग जब चुनावों की अंतिम तारीखें घोषित करेगा तब आईपीएल देखेगा कि इन स्थलों में से किसी को बदलने की जरूरत है।
आईपीएल के फाइनल की तारीखें अभी तय नहीं की गयी हैं लेकिन यह 12 और 15 मई के बीच हो सकता है। नियमों के अनुसार गत चैंपियन टीम को टूर्नामेंट के उद्घाटन मैच और फाइनल की मेजबानी करने का मौका मिलता है, इसलिए चेन्नई को इन दोनों महत्वपूर्ण मैचों की मेजबानी मिलेगी। लेकिन चीजें पूरी तरह चुनाव की तारीखें घोषित होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएंगी। आईपीएल के वर्ष 2009 और 2014 के दो संस्करणों के आधे सत्र आम चुनावों के कारण देश से बाहर दक्षिण अफ्रीका और यूएई (पहला चरण) में आयोजित किये गये थे। वर्ष 2019 में भी देश में आम चुनावों के मद्देनज़र माना जा रहा था कि आईपीएल को देश से बाहर आयोजित कराया जा सकता है। टूर्नामेंट के संबंधित पक्षों की योजना हालांकि पूरे संस्करण को भारत में ही कराने की थी लेकिन सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुये दक्षिण अफ्रीका और यूएई को वैकल्पिक स्थलों के रूप में चयनित किया गया था। 12वें संस्करण के लिये 18 दिसंबर को आयोजित नीलामी से पूर्व ही फ्रेंचाइजियों को टूर्नामेंट बाहर कराने के विकल्पों के बारे में सूचित किया गया था। फ्रेंचाइजियों और बोर्ड के लिये सबसे बड़ी चुनौती 2019 में इंग्लैंड में होने वाला आईसीसी एकदिवसीय विश्वकप है। आईपीएल 30 मई से इंग्लैंड में शुरू होने वाले विश्व कप से लगभग दो सप्ताह पहले समाप्त होगा। ऐसे में विदेशी खिलाड़यिों की आखिर तक उपलब्धता आईपीएल टूर्नामेंट के लिए बड़ी समस्या हो सकती है।