भय्यू महाराज का सेवादार विनायक गिरफ्तार, सुसाइड केस में हो सकते हैं नए खुलासे
इंदौर
इंदौर के आध्यात्मिक संत भय्यू महाराज आत्महत्या मामले में वांटेड उनका सेवादार विनायक पकड़ा गया. अब इस केस में उलझे तमाम सवालों के जवाब मिलने की उम्मीद है. पुलिस को अरसे से विनायक की तलाश थी. लंबी खोजबीन के बाद विनायक पुलिस के हाथ लगा है. पुलिस उसे लेकर आज़ाद नगर थाने पहुंची. उसका बयान लिया जा रहा है.
भय्यू महाराज आत्महत्या केस में विनायक के बयान कई बड़े खुलासे कर सकते हैं. अब तक अनसुलझे हज़ारों नंबर के कॉल डिटेल और विनायक के बयान के बाद भय्यू महाराज सुसाइड केस की गुत्थी सुलझ सकती है. ये केस इतना उलझा हुआ है कि IPS अफसर अगम जैन खुद इस केस की जांच कर रहे हैं.
इससे पहले शुक्रवार को भय्यू महाराज के कई करीबी पुलिस को बयान देने पहुंचे. इनमें से कुछ लोग महाराष्ट्र से आए थे. लेकिन कई नोटिस देने के बाद भी विनायक नहीं पहुंच रहा था. पुलिस की कई पार्टियां उसकी तलाश कर रही थीं.
भय्यू महाराज सुसाइड केस की पुलिस नये सिरे से जांच कर रही है. पुलिस पहले इसे सिर्फ आत्महत्या का केस मानकर फाइल बंद करने जा रही थी. लेकिन इस बीच उनके कुछ भक्तों ने सीबीआई जांच कर दी और फिर महाराज के करीबी एक वकील के पास फिरौती के लिए धमकी भरे फोन आने लगे. उसके बाद पुलिस सतर्क हुई, उसने धमकी देने वालों की जब तलाश की तो एक के बाद एक कुल तीन लोग उसकी पकड़ में आए. उनमें से एक भय्यू महाराज ट्रस्ट का एक पुराना ड्राइवर कैलाश भी था.
पूछताछ में कैलाश ने एक-के बाद एक ऐसे खुलासे किए कि उसने जांच की दिशा ही बदल दी. जो फाइल पुलिस बंद करने की सोच रही थी, उसकी फिर से धूल झाड़ी गई और इंदौर डीआईजी ने जांच का जिम्मा IPS अफसर आगम जैन को सौंप दिया.
पुलिस ने कैलाश से मिली जानकारी के बाद भय्यू महाराज और उनसे जुड़े कई करीबियों के मोबाइल फोन नंबर के कॉल डिटेल कीजांच शुरू की. लेकिन हज़ारों नंबर के कॉल डिटेल खंगालने के बाद भी वो किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पायी. सूत्रों के अनुसार, कैलाश ने पुलिस को जानकारी दी है की भय्यू महाराज को कोई महिला ब्लैकमेल कर रही थी. पुलिस ने उस महिला की पहचान कर ली है.
अब विनायक के पकड़ में आने के बाद इस केस में कई खुलासे होने की उम्मीद है, क्योंकि विनायक भय्यू महाराज का भरोसेमंद सेवादार रहा है. इस केस की नये सिरे से जांच शुरू होने के बाद अभी तक 6 से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज हो चुके हैं, लेकिन उनसे पुलिस को कोई खास जानकारी नहीं मिल पायी है.
ज्यादातर करीबियों ने अपने बयान में यही कहा है कि विनायक को अधिकतम जानकारी है. सूत्र बताते हैं कि एक महिला के बारे में जो संकेत पुलिस को मिले हैं उसके बारे में विनायक ही कुछ बता सकता है. भय्यूजी की मौत के बाद विनायक की उनके ट्रस्ट और परिवार से दूरी कई सवाल खड़े कर रही है.