फोरप्ले जितना ही अहम है आफ्टरप्ले
सेक्स के दौरान जो एक गलती ज्यादातर लोग करते हैं वह है- सिर्फ और सिर्फ इंटरकोर्स पर फोकस करना। उससे पहले और बाद के मोमेंट्स पर ज्यादा ध्यान नहीं जाता। लेकिन सेक्स को 100 मीटर की रेस न समझें जिसे जल्द से जल्द और कम से कम मिनट में खत्म करने की जल्दबाजी हो। इसकी जगह सेक्स को मैराथन की तरह लें जिसमें आप फोरप्ले और आफ्टरप्ले पर जितना ज्यादा ध्यान देंगे इंटरकोर्स का मजा उतना ही ज्यादा आएगा।
इसमें कोई शक नहीं कि सेक्स से पहले फोरप्ले की अहमियत अधिक है। अगर फोरप्ले अच्छा है तो दोनों पार्टनर की उत्तेजना सही तरीके से बढ़ती है, फिजिकली और मेंटली- दोनों ही तरीके से दोनों पार्टनर स्टिम्यूलेट हो जाते हैं जिससे बेहतरीन इंटरकोर्स के लिए पेस तैयार होता है। हालांकि बेहतरीन फोरप्ले और एक अच्छा सेक्स सेशन भी बर्बाद हो सकता है अगर सेक्स के बाद दोनों पार्टनर के बीच सामंजस्य की कमी हो।
अगर सेक्स सेशन के बाद दोनों पार्टनर बेड के अलग-अलग कॉर्नर में जाकर सो जाते हैं या फिर अपना-अपना सोशल मीडिया अकांउट चेक करने लगते हैं या फिर तुरंत बेडरूम के बाहर चले जाते हैं टीवी देखने या फिर कुछ खाने के लिए तो आप दोनों को अपने आफ्टरप्ले स्ट्रैटजी पर बहुत ज्यादा काम करने की जरूरत है।
आमतौर पर ऑर्गैज्म हासिल करने के बाद कडलिंग, टॉकिंग और स्पूनिंग जैसी चीजें बेहद अहमियत रखती हैं। सेक्स के बाद का टाइम आफ्टरप्ले के लिए रखें। पार्टनर के साथ प्यार भरी कुछ बातें करें, एक दूसरे को किस करें आदि। अगर आप चाहते हैं कि सेक्स के बाद भी पार्टनर के साथ आपका कनेक्ट और मजबूत बने तो आफ्टरप्ले पर कम से कम 20 मिनट जरूर लगाना चाहिए।