पीयूष गोयल मांगते रहे उद्धव सरकार से देर रात तक मजदूरों की लिस्ट : श्रमिक ट्रेन
नई दिल्ली
हजारों मजदूरों को घर लौटने के लिए ट्रेनों का इंतजार है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया कि महाराष्ट्र सरकार से उन्होंने यात्रियों की लिस्ट मांगी है कि ताकि कितनी ट्रेनें भेजी जाए, ये तय हो सके, लेकिन अभी भी लिस्ट नहीं मिली है. पीयूष गोयल के इस ट्वीट पर शिवसेना नेता संजय राउत ने बदइंतजामी का सवाल उठा दिया.
अपने-अपने गृहराज्य जाने के लिए हजारों प्रवासी मजदूर रोजाना रेलवे स्टेशनों का रूख करते हैं. अब इन्हीं प्रवासी श्रमिकों पर उद्धव सरकार और केंद्र सरकार के बीच सियासी वार- पलटवार शुरू हो चुका है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए. उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को निशाने पर लेते हुए ट्वीट किया.
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लिखा, 'हम महाराष्ट्र को 125 श्रमिक स्पेशल ट्रेन देने के लिए तैयार हैं. जैसा कि आपने बताया कि आपके पास श्रमिकों की लिस्ट तैयार है. ऐसे में आप एक घंटे में मध्य रेलवे के महाप्रबंधक को लिस्ट सौंप दें, जिससे हम ट्रेनों को समय पर चला सकें. पहले की तरह ट्रेन को खाली ना जाना पड़े.'
संजय राउत ने कसा था तंज
रेल मंत्री पीयूष गोयल के ट्वीट का जवाब देते हुए शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, 'महाराष्ट्र सरकरा ने रेलवे को श्रमिकों की लिस्ट सौंप दी है, लेकिन मैं रेल मंत्री पीयूष गोयल जी से निवेदन करता हूं कि मजदूरों को ले जा रही ट्रेन अपनी मंजिल पर ही पहुंचे ना कि गोरखपुर जाने वाली ट्रेन कि तरह ओडिशा पहुंच जाए.'
देर रात पीयूष गोयल ने फिर किया ट्वीट
इसके बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एक और ट्वीट किया और कहा, 'रात के 12 बज चुके है और 5 घंटे बाद भी हमारे पास महाराष्ट्र सरकार से कल की 125 ट्रेनों की डिटेल्स और पैसेंजर लिस्टें नही आयी है. मैंने अधिकारियों को आदेश दिया है, फिर भी प्रतीक्षा करे और तैयारियां जारी रखे.'
फिर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एक और ट्वीट किया और कहा, 'मेरा अनुरोध है कि महाराष्ट्र सरकार अभी भी अगले एक घंटे में कितनी ट्रेन, कहां तक और पैसेंजर लिस्टें हमें भेज दें. हम प्रतीक्षा कर रहे है और पूरी रात काम कर कल की ट्रेनों की तैयारी करेंगे. कृपया पैसेंजर लिस्टें अगले एक घंटे में भेज दें.'
सीएम योगी ने उठाए थे सवाल
इससे पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रवासी श्रमिकों की वापसी पर उद्धव सरकार पर हमला बोला था. योगी आदित्यनाथ कहा कि अगर महाराष्ट्र बसों और ट्रेनों में सारी सुविधाएं देकर 4 लाख प्रवासी मजदूरों को रवाना कर चुकी है तो फिर महाराष्ट्र की सड़कों पर भूखे प्यासे पैदल जाते मजदूरों की तस्वीरें क्यों दिखाई पड़ रही है.