पति चलाता था दवाखाना, घर में पत्नी छापती थी नकली नोट
भोजपुर
बिहार के भोजपुर में एक घर में जाली नोट छापते एक ही परिवार के 5 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए लोगों में एक झोलाछाप डॉक्टर नागेंद्र सिंह भी है.
गिरफ्तार नागेन्द्र यादव झोला छाप डॉक्टर है. वह गांव के चट्टी बाजार पर एलोपैथिक दवा की दुकान खोलकर मरीजों का इलाज करता है, जबकि उसकी पत्नी देवंती घर में नकली नोट छापती थी.
पकड़े गए अपराधी 70/30 के अनुपात में नकली नोटों की डील करते थे. पूरे गैंग का संचालन पिंटू सिंह और आरा जेल में बंद नागेंद्र सिंह का बेटा राहुल सिंह कर रहा था. राहुल सिंह इस धंधे में किसी और को शामिल नहीं कर रहा था. उसे पता था कि बात लीक होने पर वह नहीं बच पाएगा. पिंटू एवं राहुल में सौदा तय हुआ था. इसके बाद पिंटू ने मटेरियल और प्रिंटर उपलब्ध कराया.
इसमें पिंटू सिंह को 70 प्रतिशत और छापने वाले को 30 प्रतिशत पैसा मिलता था. अब तक लगभग 5 लाख रुपये तक धंधेबाज सप्लाई भी दे चुके हैं. बीती रात उन्होंने पिंटू सिंह को आरा में 30 हजार रुपया सप्लाई भी दी थी.
नोट छपाई में शामिल पटना के पिंटू सिंह को 60 हजार रुपए की सप्लाई देनी थी. इसके लिए लगभग 32 हजार रुपये की छपाई की जा चुकी थी. छापेमारी के दौरान नागेंद्र सिंह के घर से 33 हजार रुपये भी जब्त किए. जिसमें 30 हजार रुपये के जाली नोट तथा तीन हजार रुपए के असली नोट थे.
लूटकांड मामले में आरा जेल में बंद बेटे राहुल सिंह की शह पर पूरा परिवार व उसके दोस्त नोट छपाई करने में व्यस्त थे. इसी दौरान बुधवार देर रात को पुलिस ने जाली नोट छापते नागेंद्र सिंह, पत्नी देवंती देवी, राहुल की पत्नी नेहा देवी एवं भौजाई के साथ जेल से 5 दिन पहले छूटे दोस्त को गिरफ्तार कर लिया. छापेमारी के वक्त सभी मिलकर रात में 500,100, 200 रुपए का नोट छापने में लगे हुए थे.