तानसेन समारोह 2018: तीन किलोमीटर तक का क्षेत्र रहेगा ‘साइलेंट जोन’, समारोह में होंगी नौ संगीत सभाएं
ग्वालियर
सोमवार से शुरू हो रहे तानसेन समारोह की तैयारियों के अंतर्गत जिला दंडाधिकारी ने तानसेन समाधि स्थल के तीन किलोमीटर की परिधि में ध्वनि विस्तारक यंत्रों से होने वाले शोर गुल को प्रतिबंधित किया है। देश के प्रतिष्ठित शास्त्रीय संगीत समारोह के दौरान कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कार्यपालिक मजिस्ट्रेटों को भी जिम्मेदारी दी गई है। यह आदेश 24 दिसंबर को होने वाली पहली सभा से लेकर 29 दिसंबर को बेहट और गूजरी महल में होने वाली सभा के स्थल पर लागू रहेगा। उल्लेखनीय है कि तानसेन समारोह का पहला आयोजन गमक इस बार हजीरा के इंटक मैदान पर होगा। समारोह में 9 संगीत सभाओं का आयोजन होगा और आठवीं सभा बेहट में सुबह के समय होगी।
इनको जिम्मेदारी
24 दिसंबर की शाम को इंटक मैदान हजीरा पर होने वाले कार्यक्रम के लिए एसडीएम झांसी रोड और अपर तहसीलदार शिवानी पांडेय को जिम्मेदारी दी गई है।
25 और 26 दिसंबर को तानसेन समारोह स्थल-तानसेन समाधि परिसर की व्यवस्था के लिए दोपहर और शाम की अलग-अलग जिम्मेदारी गई हैं। सुबह एसडीएम घाटीगांव बीबी अग्निहोत्री और अपर तहसीलदार एमके गुप्ता जिम्मेदारी संभालेंगे, जबकि दोपहर में एसडीएम लश्कर सीबी प्रसाद और तहसीलदार आरएन खरे की जिम्मेदारी रहेगी।
27 और 28 दिसंबर को सुबह एसडीएम ग्वालियर केके गौर और नायब तहसीलदार डीके गुप्ता की जिम्मेदारी रहेगी, जबकि दोपहर में एसडीएम झांसी रोड डीसी शुक्ला और अपर तहसीलदार शिवानी पांडेय लॉ एंड ऑर्डर देखेंगे।
29 दिसंबर को बेहट स्थित तानसेन स्थली पर एसडीएम नरोत्तम भार्गव, नायब तहसीलदार शिवदत्त कटारे और निशा भारद्वाज को कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि दोपहर में गूजरी महल पर होने वाली संगीत सभा में भी ये जिम्मेदारी संभालेंगे।