डायबीटीज कंट्रोल करती है लौकी
डायबीटीज दो तरह का होता है- टाइप 1 और टाइप 2। डायबीटीज के मरीजों के लिए सबसे बड़ी समस्या ये होती है कि वे आखिर क्या खाएं या पिएं जिससे उनका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहे। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि कैसे लौकी या घिया जिसे ज्यादातर लोग पसंद नहीं करते, उसे खाने और उसका जूस पीने से आप डायबीटीज को कंट्रोल में रख सकते हैं।
लौकी में नहीं होता कार्ब्स
लौकी या घिया एक ऐसी सब्जी है, जिसमें 90 फीसदी तक पानी होता है और बाकी 10 फीसदी फाइबर। साथ ही लौकी में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बिल्कुल नहीं होती है इसलिए यह डायबीटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद मानी जाती है। लौकी खाने से ब्लड शुगर नहीं बढ़ता है और इंसुलिन का लेवल भी सही रहता है।
इंसुलिन सेसेंटिविटी होती है कम
लौकी में प्रोटीन-टाइरॉसिन फॉसफेटेज 1 बीटा इंजाइम पाया जाता है जो इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ाने इंसुलिन सेंसेटिविटी को कम करने में मदद करता है। ऐसा होने से ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल में रहता है जो डायबीटीज के मरीजों के लिए बेहद जरूरी है।
बोतलबंद जूस की बजाए घर पर बनाएं
डायबीटीज के मरीज हर दिन सुबह खाली पेट लौकी का जूस पिएं तो डायबीटीज के अलावा दिल से जुड़ी बीमारियां और हाई बीपी की समस्या दूर करने में मदद मिलेगी। हालांकि लौकी के जूस को नैचरल तरीके से ही लें यानि मार्केट के बोतलबंद जूस या पाउडर के मुकाबले ताजा खाना ही बेहतर है। आपको जूस पसंद नहीं तो आप लौकी को सब्जी के रूप में भी खा सकते हैं।
हैं और भी कई फायदे
लौकी में कैलरी होती है कम, फाइबर की मात्रा ज्यादा जिस वजह से आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती। लौकी का जूस पीने से कब्ज की शिकायत नहीं होती और पेट साफ रहता है। यूरीन संबंधी परेशानियों को भी दूर करने में मदद करता है लौकी का जूस क्योंकि इसमें सोडियम का लेवल ठीक करने की क्षमता होती है और इससे यूरीन से रिलेटेड इंफेक्शन ठीक हो जाता है।